भारत ने 2021-22 की पहली तिमाही में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात में 2020-21 की इसी अवधि की तुलना में 44.3 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हासिल की है।
वाणिज्यिक आसूचना और सांख्यिकी महानिदेशालय (डीजीसीआई एंड एस) द्वारा जारी त्वरित अनुमानों के अनुसार, अप्रैल-जून 2021 के दौरान एपीडा उत्पादों के कुल निर्यात में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में अमेरिकी डॉलर के हिसाब से 44.3 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
इसमें कहा गया है, एपीडा उत्पादों का कुल निर्यात अप्रैल-जून 2020 में 33.38 करोड़ अमेरिकी डॉलर से बढ़कर अप्रैल-जून 2021 में 48.17 करोड़ अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया।
चालू वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों के दौरान कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात में तेज बढ़ोत्तरी, वित्तीय वर्ष 2020-21 में निर्यात में आई वृद्धि की निरंतरता में है।
त्वरित अनुमानों के अनुसार, ताजे फलों और सब्जियों के निर्यात में 9.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों जैसे सुखाए या फुलाए गए अनाजों (सीरियल प्रीपेरेशन) और विविध प्रसंस्कृत वस्तुओं के निर्यात में 69.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
अप्रैल-जून, 2020-21 में, ताजे फल और सब्जियों का निर्यात 58.45 करोड़ अमेरिकी डॉलर का था, जो अप्रैल-जून 2021-22 में बढ़कर 63.77 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो गया।
भारत ने अन्य अनाजों के निर्यात में 415.5 प्रतिशत की तेज बढ़ोतरी दर्ज की, जबकि मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पादों के निर्यात में चालू वित्त वर्ष (2021-22) के पहले तीन महीनों में 111.5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
अन्य अनाजों का निर्यात अप्रैल-जून 2020 में 4.49 करोड़ अमेरिकी डॉलर से बढ़कर अप्रैल-जून 2021 में 23.14 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो गया और मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पादों का निर्यात अप्रैल-जून 2020 में 48.35 करोड़ अमेरिकी डॉलर से बढ़कर अप्रैल-जून 2021 में 102.25 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो गया।
निदेशालय के अनुमानों के अनुसार, चावल का निर्यात, जिसने 25.3 प्रतिशत की सकारात्मक वृद्धि दर्ज की है, अप्रैल-जून 2020 में 191.45 करोड़ डॉलर से बढ़कर अप्रैल-जून 2021 में 239.85 करोड़ डॉलर हो गया है।
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Source : IANS