नोटबंदी के चलते चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में विकास दर में कमी आई है। वित्त वर्ष 2017 में जीडीपी दर 7 फीसदी दर्ज की गई है। जबकि वित्त वर्ष 2017 की दूसरी तिमाही में विकास दर 7.4% दर्ज की गई थी।
वित्त वर्ष 2016 की तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 7.2% रही थी। हालांकि तीसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ के आंकड़ें अनुमान से बेहतर आए है। इससे पहले वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में नोटबंदी के चलते विकास दर में भारी गिरावट का अनुमान जताया जा रहा था। इसके चलते जीडीपी ग्रोथ दर 6.1 प्रतिशत के करीब होने का अनुमान जताया जा रहा था।
2016-17 में जीडीपी विकास दर का अनुमान 7.1% रखा गया है। पिछले साल 2015-16 की तुलना में विकास दर का आंकड़ा 7.9% था।
वहीं, 2017 जनवरी में 8 कोर सेक्टर इंडस्ट्रीज़ की विकास दर 3.4% रही। जबकि दिसंबर में यह आंकड़ा 5.6 प्रतिशत था। जनवरी में स्टील उत्पादन में नरमी देखने को मिली। महीने के आधार पर जनवरी में स्टील का उत्पादन 14.9 फीसदी से घटकर 11.4 फीसदी दर्ज किया गया।
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वहीं महीना दर महीना आधार पर सीमेंट उत्पादन भी -8.7 फीसदी के मुकाबले -13.3 फीसदी दर्ज किया गया। वहीं, कोल उत्पादन में बढ़त देखने को मिली है। महीने दर महीने आधार पर जनवरी में कोयले का उत्पादन 4.4 फीसदी से बढ़कर 4.8 फीसदी रहा है।
इसके अलावा कच्चा तेल उत्पादन -0.8 फीसदी से बढ़कर 1.3 फीसदी दर्ज किया गया। तो नैचुरल गैस का उत्पादन -0.01 फीसदी से बढ़कर 11.9 दर्ज किया गया। इसके अलावा रिफाइनरी प्रोडेक्ट्स का उत्पादन 6.4 फीसदी से घटकर -1.5 फीसदी दर्ज किया गया है।
इसके अलावा महीने दर महीने के आधार पर जनवरी में फर्टिलाइजर्स का उत्पादन -4.7 फीसदी के मुकाबले -1.6 फीसदी रहा। इलेक्ट्रिसिटी का उत्पादन 6 फीसदी से घटकर 4.8 फीसदी दर्ज किया गया।
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Source : News Nation Bureau