केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (Central Statistics Office-CSO) आज दोपहर में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़े जारी करेगा. CSO चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के दौरान के GDP के आंकड़ें को जारी करेगा. एक्सपर्ट्स के मुताबिक अप्रैल से जून तिमाही के दौरान 5 साल में सबसे कम ग्रोथ का आंकड़ा जारी हो सकता है. दरअसल, रिजर्व बैंक की वार्षिक रिपोर्ट और रॉयटर्स की रिपोर्ट में पहले ही GDP कम रहने का अनुमान जताया गया है.
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कम GDP के आंकड़ों से खराब हो सकती है स्थिति: एक्सपर्ट
बता दें कि अर्थव्यवस्था में फिलहाल मंदी का माहौल है. जानकारों का कहना है कि अगर GDP के आंकड़ें निराशाजनक रहे तो स्थिति खराब हो सकती है. अंतर्राष्ट्रीय न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के सर्वे के मुताबिक वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट लुढ़ककर 5.7 फीसदी तक आ सकती है. रॉयटर्स के सर्वे में शामिल 40 फीसदी अर्थशास्त्रियों के मुताबिक GDP में ग्रोथ रेट सिर्फ 5.6 फीसदी रह सकती है. सर्वे के अनुसार भारत की GDP की ग्रोथ रेट 5 साल में सबसे कम होगी. वहीं किसी तिमाही को आधार मानकर देखें तो यह पिछले 7 साल में सबसे कमजोर आंकड़ा कहा जा सकता है.
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वहीं ब्लूमबर्ग के सर्वे में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 5.7 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है. देश की क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (Credit Rating Agency) इंडिया रेटिंग्स (India Ratings) ने देश की GDP को पिछले 6 साल में सबसे निचले स्तर पर रहने का अनुमान लगाया है. एजेंसी ने वित्त वर्ष 2019-20 में GDP 6.7 फीसदी पर रहने का अनुमान लगाया है. पिछले साल जीडीपी 6.8 फीसदी थी. हालांकि एजेंसी ने कहा है कि वित्त वर्ष 2019-20 के राजस्व घाटे के लक्ष्य (3.3 फीसदी) को हासिल करने में दिक्कत नहीं होगी.