वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) ने गुरुवार को कहा कि भारत में इस साल शुरुआती तीन महीनों में सोने की मांग पिछले साल के मुकाबले 12 फीसदी घट गई है।
डब्ल्यूजीसी की आंकड़ों के मुताबिक, भारत में वर्ष 2018 के शुरुआती तीन महीने यानी जनवरी से मार्च के दौरान सोने की मांग पिछले साल से 12 फीसदी घटकर 115.6 टन रह गई।
आभूषण की मांग 2018 (कैलेंडर वर्ष) की पहली तिमाही में 12 फीसदी घटकर 87.7 टन रही। वर्ष 2017 की पहली तिमाही में आभूषण की मांग 87.7 टन थी।
भारत में डब्ल्यूजीसी के प्रबंध निदेशक (पीआर) सोमासुंदरम ने कहा, 'घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में इजाफा होने से करीब पिछले दस साल में आभूषण की मांग के मामले में यह तिमाही दूसरी बार सबसे सुस्ती भरी रही। 2018 की पहली तिमाही में भारत में आभूषण की मांग पिछले साल के मुकाबले 12 फीसदी घटकर 87.7 टन रह गई।'
और पढ़ें: कमजोर रही अर्थव्यवस्था, 2017-18 में 4.2 % रही कोर सेक्टर ग्रोथ रेट
उन्होंने बताया कि आयात में भी पिछले साल के मुकाबले आलोच्य तिमाही में 50 फीसदी गिरावट आई।
आलोच्य तिमाही में सोने की मांग का मूल्य 31,800 करोड़ रुपये रहा जोकि पिछले साल के 34,440 करोड़ रुपये से आठ फीसदी कम है।
सोने की निवेश मांग वर्ष 2018 की पहली तिमाही में 13 फीसदी घटकर 27.9 टन रही। वर्ष 2017 की पहली तिमाही में सोने की निवेश मांग 32 टन थी।
सोमासुंदरम ने कहा, 'आम बजट में सोने को एसेट क्लास यानी परिसंपत्ति में शामिल करने के लिए लाने वाली नीति की घोषणा के बाद बने सकारात्मक रुझान से उद्योग को बढ़ाव मिलेगा और यह ज्यादा संगठित और पारदर्शी बनेगा।'
उन्होंने बताया कि अक्षय तृतीया के दौरान कारोबारी गतिविधि में तेजी आई।
डब्ल्यूजीसी के मुताबिक, भारत में वर्ष 2018 में सोने की मांग करीब 700-800 टन रह सकती है।
और पढ़ेंः सरकार ने गन्ना किसानों को 5.5 रुपये प्रति क्विंटल सब्सिडी देने की घोषणा की
Source : IANS