RBI (Reserve Bank of India) on gold mortgage - हाल के कुछ दिनों में नरेंद्र मोदी सरकार के पांच सालों के दौरान सरकारी खजाने से सोना देश के बाहर भेजा गया है. लेकिन बीजेपी इस बातसे इनकार करती रही है. अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने कहा कि 2014 में और उसके बाद देश के बाहर सोना नहीं भेजा गया है. आरबीआई का यह बयान मीडिया में छपी कुछ रिपोर्टों के बाद आया है जिनमें कहा गया था कि 2014 में केंद्रीय बैंक ने अपने खजाने में जमा सोना का एक हिस्सा विदेश में भेजा.
RBI (आरबीआई) के बयान के मुताबिक, 'दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों द्वारा अपने गोल्ड को दूसरे देशों के सेंट्रल बैंक जैसे बैंक ऑफ इंग्लैंड के पास सुरक्षित कस्टडी के लिए रखना एक आम बात है.'
बयान में कहा गया, 'बता दें कि 2014 में या इसके बाद भारत से आरबीआई द्वारा दूसरे देशों में कोई गोल्ड नहीं भेजा गया है. इस बारे में जो भी मीडिया रिपोर्ट चल रही हैं वे तथ्यात्मक रूप से गलत हैं.'
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने 2014 में स्विट्ज़रलैंड में आरबीआई के 200 टन गोल्ड को शिफ्ट करने के बारे में एक रिपोर्ट ट्वीट की थी. पार्टी ने रिपोर्ट टैग करने के साथ ट्वीट किया था, 'क्या मोदी सरकार ने 2014 में गुपचुप तरीके से आरबीआई के 200 टन सोने को स्विट्जरलैंड भेज दिया?'
उल्लेखनीय है कि जब चंद्रशेखर प्रधानमंत्री बने तब देश की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी. भारत की अर्थव्यवस्था भुगतान संकट में फंसी हुई थी. इसी समय रिजर्व बैंक ने सोना गिरवी रख कर कर्ज लेने का फैसला किया. उस समय देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.1 अरब डॉलर ही रह गया था. इतनी रकम तीन हफ्तों के आयात के लिए भी पूरी नहीं थी.
Source : News Nation Bureau