Shaktikanta Das On Inflation: बीते शनिवार को कौटिल्य आर्थिक सम्मेलन के दौरान आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मंहगाई को लेकर स्थिति साफ की है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने के लिए देश का केंद्रीय बैंक लगातार प्रयास कर रहा है. और वे एक सही दिशा में बढ़ रहे हैं. महंगाई पर वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी छमाही से विराम लगेगा. यानि इस साल अक्टूबर से महंगाई के कम होने की उम्मीद जताई जा रही है.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि महंगाई पर काबू पाने के लिए देश का केंद्रीय बैंक मौद्रिक उपायों को जारी रखेगा. उन्होंने कहा कि ‘‘कुल मिलाकर इस समय आपूर्ति का परिदृश्य अनुकूल दिखाई दे रहा है और कई उच्च आवृत्ति संकेतक 2022-23 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में सुधार की फ्लेक्सिबिलिटी की ओर इशारा कर रहे हैं. ऐसे में हमारा वर्तमान आकलन है कि 2022-23 की दूसरी छमाही में मुद्रास्फीति धीरे-धीरे कम हो सकती है.’’
ये भी पढ़ेंः नए आयकर नियमों और टीडीएस से क्रिप्टो लेनदेन पर पड़ा असर
केंद्रीय बैंक रेपो रेट को बढ़ा कर महंगाई पर काबू करने के प्रयासों में
बता दें महंगाई का संकट दुनिया भर के केंद्रीय बैंको को झेलना पड़ रहा है. इस साल के शुरुआत से ही रूस- यूक्रेन युद्ध की वजह से भी स्थितियां और गड़बड़ाई हैं. केंद्रीय बैंक आरबीआई ने बढ़ती महंगाई को देखते हुए ही 90 बेसिस प्वाइंट रेपो रेट को बढ़ाया है. इसके साथ ही आरबीआई महंगाई दर के अनुमान को भी बढ़ा चुकी है. आरबीआई ने मंहगाई दर का अनुमान 5.7 फीसदी से बढ़ाकर 6.7 फीसदी किया है. जानकार बताते हैं कि अगले महीने आरबीआई मॉनिटरी पॉलिसी की मीटिंग में रेपो रेट एक बार फिर बढ़ा सकती है.
HIGHLIGHTS
- शक्तिकांत दास ने कहा कि देश का केंद्रीय बैंक मौद्रिक उपायों को जारी रखेगा
- आरबीआई ने मंहगाई दर का अनुमान 5.7 फीसदी से बढ़ाकर 6.7 फीसदी किया है