केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए 25 राज्यों में पंचायतों को 8923.8 करोड़ रुपये का अनुदान जारी किया है. वित्त मंत्रालय के वित्त विभाग ने शनिवार को ग्रामीण स्थानीय निकायों को अनुदान प्रदान करने के लिए 25 राज्यों को 8,923.8 करोड़ रुपये की रकम जारी की है. यह अनुदान पंचायती राज संस्थाओं के तीनों स्तरों- गाँव, ब्लॉक और जिले के लिए है. वित्त मंत्रालय ने रविवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी. शनिवार को जारी की गई राशि वर्ष 2021-22 के लिए 'अनटाइड ग्रांट्स' की पहली किस्त है. इसका अभिप्राय कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए आवश्यक विभिन्न रोकथाम और शमन उपायों के लिए, आरएलबीएस द्वारा, अन्य चीजों के साथ किया जाना है. इस प्रकार, यह कोविड से लड़ने के लिए पंचायतों के तीन स्तरों में संसाधनों को बढ़ाएगा.
15वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार, अप्रयुक्त अनुदानों की पहली किस्त जून, 2021 के महीने में राज्यों को जारी की जानी थी. हालांकि चल रही कोविड-19 महामारी की स्थिति को देखते हुए और मंत्रालय की सिफारिश पर वित्त मंत्रालय के एक बयान में, पंचायती राज, वित्त मंत्रालय ने सामान्य कार्यक्रम से पहले अनुदान जारी करने का फैसला किया. इसके अलावा, 15वें वित्त आयोग ने अनारक्षित अनुदान जारी करने के लिए कुछ शर्तें लगाई थीं. शर्तों में सार्वजनिक क्षेत्र में ग्रामीण स्थानीय निकायों के एक निश्चित प्रतिशत के खातों की ऑनलाइन उपलब्धता शामिल है. लेकिन मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, इस शर्त को बिना अनुदान के पहली किस्त जारी कर दी गई हैं.
✅Centre releases Rs. 8923.8 crore to Panchayats in 25 States
— Office of Mr. Anurag Thakur (@Anurag_Office) May 9, 2021
✅Release of grant advanced in view of COVID-19 pandemic
| @FinMinIndia | pic.twitter.com/lwOLL2ZyUT
इस सूची के अनुसार, सबसे अधिक राशि उत्तर प्रदेश को 1441.6 करोड़ रुपये मिली है. इसके अलावा पश्चिम बंगाल को 652.2 करोड़, बिहार को 741.8 करोड़, गुजरात को 472.4 करोड़, हरियाणा को 187 करोड़, झारखंड को 249.8 करोड़, कर्नाटक को 475.4 करोड़, मध्य प्रदेश को 588.8 करोड़, महाराष्ट्र को 861.4 करोड़, राजस्थान को 570.8 करोड़ और तमिलनाडु को 533.2 करोड़ रुपये की अनुदान राशि मिली है. गौरतलब है कि 15वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार, यूनाइटेड ग्रान्ट्स की पहली किस्त राज्यों को जून, 2021 में जारी होनी थी, लेकिन मौजूदा COVID-19 महामारी की स्थिति को देखते हुए और पंचायती राज मंत्रालय की सिफारिश पर वित्त मंत्रालय ने समय से पहले अनुदान जारी करने का निर्णय लिया.
HIGHLIGHTS
- 25 राज्यों की पंचायतों को 8923.8 करोड़ का अनुदान
- 2021-22 के लिए अनटाइड ग्रांट्स की पहली किस्त
- कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए संसाधन जुटेंगे