चालू वित्तवर्ष के पहले आठ महीनों में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) चोरी के कुल 3,196 मामले पकड़े गए हैं, जिसमें 12,766 करोड़ रुपये की चोरी की जा रही थी. वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी है. वित्त मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा इस साल की अप्रैल से नवंबर की अवधि में 7,900 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की गई.
मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा, 'वित्त वर्ष 2018-19 में (अप्रैल से नवंबर के दौरान) संदिग्ध जीएसटी चोरी के 3,196 मामले पकड़े गए हैं, जोकि कुल 12,766.85 करोड़ रुपये की रकम है. इसी अवधि में कुल 7,909.96 करोड़ रुपये की वसूली की गई है.'
मंत्रालय ने कहा कि सरकार द्वारा जीएसटी चोरी रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों में इंटेलीजेंस आधारित प्रवर्तन, ईवे बिल स्क्वाड, डेटा का व्यवस्थित विश्लेषण और महानिदेशालय (एनालिटिक्सि और जोखिम प्रबंधन) की स्थापना शामिल है.
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि सरकार का लक्ष्य 99 फीसदी सामानों को 18 फीसदी से कम के जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) स्लैब में लाना है. उन्होंने बैंक का कर्ज नहीं चुकाने वालों और भगोड़ों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी.
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मोदी ने कहा, 'जीएसटी से पहले पंजीकृत उद्योगों की संख्या 65 लाख थी, जिसमें अब 55 लाख की बढ़ोतरी हुई है. आज जीएसटी प्रणाली काफी हद तक स्थापित हो चुकी है और हम एक ऐसी प्रणाली की दिशा में काम कर रहे हैं, जहां 99 फीसदी वस्तुओं को 18 फीसदी के कम के स्लैब में लाया जा सकता है.'
Source : IANS