विकास दर के बेहतर आंकड़ों के बाद इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (आईएमएफ) ने कहा है कि वो भारत की विकास दर अनुमान में जनवरी, 2018 में बदलाव करेगा।
हाल ही में अमेरिका स्थिक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज़ ने भारत की सॉवरेन रेटिंग को करीब 13 सालों के अंतराल के बाद Baa3 से सुधार कर 'स्थिर' आउटलुक के साथ Baa2 कर दिया था।
मूडीज़ ने भारतीय अर्थव्यवस्था और इंस्टीटियूशनल रिफॉर्म के चलते रेटिंग में सुधार किया था।
इसके बाद आई एसएंडपी की ग्लोबल रेटिंग में हालांकि भारत की सॉवरेन रेटिंग में कोई बदलाव नहीं किया गया था और यह BBB- पर बरकरार रखी गई थी। एसएंडपी ने कम प्रति व्यक्ति आय और सरकार के उच्च ऋण को जीडीपी आंकड़ों में बेहतरी के लिए चुनौती माना था।
नोटबंदी और GST के झटके से उबरी अर्थव्यवस्था, 2017-18 की दूसरी तिमाही में 6.3% हुई GDP
आईएमएफ के प्रवक्ता गेरी राइस ने संवाददाताओं को बताया, 'हम आने वाली जनवरी में पेश होने वाली वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में भारत के विकास अनुमान में बदलाव करेंगे।'
आईएमएफ का यह बयान भारत की जुलाई-सितंबर तिमाही के पेश हुए आंकड़ों के बाद आया है जिसमें वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में विकास दर 6.3 फीसदी दर्ज की गई है जोकि वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 5.7 फीसदी दर्ज की गई थी।
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल ने कहा है कि भारत की आर्थिक विकास दर में ताज़ा तिमाही में बीते पांच महीनों से जारी गिरावट को तोड़ते हुए बढ़ोतरी दर्ज की गई है और आर्थिक नीतियों पर नकारात्मक को छोड़, सकारात्मकता एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के पीछे होने के आशा व्यक्त करती है।
जबकि सीएनएन ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था एक साल के मंदी से वापस लौट गई है, लेकिन चीन से वैश्विक विकास का मुकाबला हासिल करने के लिए यह पर्याप्त नहीं है।
यह भी पढ़ें: सनी लियोनी ने पति डेनियल के साथ कराया बोल्ड फोटोशूट, सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
कारोबार से जुड़ी ख़बरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
Source : News Nation Bureau