मंदी के दौर का सामना करने वाली भारतीय अर्थव्यवस्था ( Indian Economy ) के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. 2020-21 वित्तीय साल की तीसरी तिमाही की जीडीपी (GDP) के आंकड़े घोषित हो गए. तीसरी तिमाही में 0.4% जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) रही. भारतीय अर्थव्यवस्था नेगेटिव से बाहर निकलकर ग्रोथ रेट में रही है. वहीं, 2020-21 में जीडीपी 8% रहने का अनुमान है. दिसंबर तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GPD) में 0.4 फीसदी की बढ़त हुई है. राष्ट्रीय सांख्यिकी विभाग ने GDP के ये आंकड़े जारी किए हैं.
देश का आर्थिक विकास दर 2020-21 की पहली तिमाही में (नेगेटिव) -23.9 जीडीपी रहा था तो दूसरी तिमाही में (नेगेटिव) –7.5% रहा था. वहीं, 2019-20 की तीसरी तिमाही में 4.7% जीडीपी रही थी. कोरोना महामारी के चलते घोषित लॉकडाउन के अवधि का ये आंकड़ा है, जब आर्थिक गतिविधि देश में ठप पड़ गई थी. कृषि क्षेत्र का विकास दर तीसरी तिमाही में 7.4 % रहा, जबकि 2020 –21 की पहली तिमाही में 5.3% दूसरी तिमाही 7.2% में कृषि क्षेत्र का विकास दर रहा.
मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र का विकास दर 4.7% रहा, जबकि 2020-21 की पहली तिमाही में -39.3% और दूसरी तिमाही में 0.5 फीसदी रहा था. कंस्ट्रक्शन क्षेत्र का विकास दर 9.8% रहा, जबकि 2020-21 की पहली तिमाही में -50.3% और दूसरी तिमाही में - 8.6 फीसदी रहा था. ट्रेड, होटल ट्रांसपोर्ट क्षेत्र का विकास दर - 4.2 % रहा, जबकि 2020-21 की पहली तिमाही में -47% , और दूसरी तिमाही में –15.6 फीसदी रहा था.
मूडीज ने भारत की जीडीपी ग्रोथ को लेकर जारी किया था ये नया अनुमान
रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर सर्विसेस (Moody's Investors Service) ने 2020 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अनुमान में अपने पिछले अनुमान के मुकाबले कुछ सुधार किया है. मूडीज ने 2020 में भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में 8.9 प्रतिशत गिरावट आने का अनुमान जताया है जबकि इससे पहले उसने 9.6 प्रतिशत गिरावट आने का अनुमान लगाया था. मूडीज ने कहा लंबे और कड़े लॉकडाउन के बाद देश की अर्थव्यवस्था फिर पटरी पर लौट रही है, लेकिन यह सुधार बिखरा हुआ है.
Source : News Nation Bureau