मांग में सुधार होने के साथ मुद्रास्फीति के दबाव में नरमी से देश के सेवा क्षेत्र में अप्रैल में तेजी दर्ज की गई। एक प्रमुख व्यापक आर्थिक आंकड़े से यह जानकारी मिली है।
मौसमी समायोजित निक्केई इंडिया सर्विसेज पीएमआई बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स के मुताबिक, सेवा क्षेत्र में वृद्धि का मुख्य कारण नए ठेकों में तेजी, मांग की स्थितियों में सुधार और नौकरियों में बढ़ोतरी होने से आई है, जो साल 2011 के मार्च के बाद से सबसे बड़ी तेजी है।
देश का सेवा क्षेत्र का पीएमआई सूचकांक मार्च में 50.3 पर था, जो अप्रैल में बढ़कर 51.4 हो गया।
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इस सूचकांक में 50 से कम का अंक मंदी का और 50 से ज्यादा का अंक तेजी का सूचक है।
सेवा क्षेत्र के पीएमआई सूचकांक में बढ़ोतरी से अप्रैल में देश के निजी क्षेत्र के प्रदर्शन के सूचकांक में भी सुधार दर्ज किया गया है।
निक्केई इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट इंडेक्स मार्च में 50.8 था, जो अप्रैल में बढ़कर 51.9 हो गया, जो कि तीन महीने की सर्वाधिक तेजी है।
इंडियन सर्विसेज पीएमआई सूचकांक के आंकड़ों के बारे में आईएचएस मार्किट की अर्थशास्त्री आशना डोढिया ने कहा, 'अप्रैल तिमाही में भारतीय सेवा क्षेत्र की रिपोर्ट सकारात्मक शुरुआत है और आगे मांग की स्थितियों में सुधार में इसमें और अधिक तेजी आएगी।'
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Source : IANS