जब बात भारत और पाकिस्तान की हो तो दोनों देशों के बीच हर एक बात की तुलना की जाती है. फिर बात चाहे खेल के मैदान की हो या फिर किसी अंतर्राष्ट्रीय मंच की. हर जगह दोनों देशों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलता है. हालांकि अगर सही मायने में देखें तो क्या पाकिस्तान किसी भी मामले में भारत से आगे दिखता है तो जवाब है नहीं. सिर्फ अर्थव्यवस्था की ही बात करें तो भारत की तुलना में पाकिस्तान कहीं नहीं ठहरता है. दुनियाभर में भारत सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के तौर पर जानी जाती है. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान भारीभरकम कर्ज में डूबता जा रहा है.
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GDP ग्रोथ में पाकिस्तान से काफी आगे है भारत
जैसा कि आप जानते हैं कि किसी भी देश की आर्थिक सेहत को मापने का सबसे अच्छा तरीका GDP होता है. आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ रिकॉर्ड 20.1 फीसदी दर्ज की गई थी. वहीं दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 8.4 फीसदी दर्ज की गई है. एक अनुमान के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी ग्रोथ 9 से 10 फीसदी के आस-पास रह सकती है. वहीं पाकिस्तान की जीडीपी (Pakistan GDP Growth) की बात करें तो वहां से काफी खराब आंकड़े आने का अनुमान है. 2021-22 के दौरान पाकिस्तान की जीडीपी 3 से 4 फीसदी रहने का अनुमान लगाया जा रहा है.
कोरोना काल में भारत की अर्थव्यवस्था में दिखी तेज रिकवरी
गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से एक ओर जहां दुनियाभर की अर्थव्यवस्था प्रभावित रही है. वहीं दूसरी ओर कोरोना काल में भारत की अर्थव्यवस्था में रिकवरी देखने को मिली है. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था की जहां तक बात है कि उसकी इकोनॉमी की हालत लगातार खस्ता होती जा रही है. बता दें कि कोरोना की वजह से लगाए गए लॉकडाउन की वजह से भारत में आर्थिक गतिविधियां काफी प्रभावित हुई थी और यही वजह थी कि वित्त वर्ष 2020-21 में भारत की GDP ग्रोथ निगेटिव 7.3 फीसदी दर्ज की गई थी. वहीं पाकिस्तान की जीडीपी उस दौरान 3.9 फीसदी रही थी. पाकिस्तान की तुलना में भारत की जीडीपी 10 गुना बड़ी है. आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2020 में पाकिस्तान की जीडीपी 263,686.55 मिलियन डॉलर थी. वहीं भारत की जीडीपी 2,622,983.73 मिलियन डॉलर थी. पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था में पाकिस्तान की हिस्सेदारी सिर्फ 0.23 फीसदी है.
पाकिस्तान में महंगाई ने जीना किया दूभर
आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में महंगाई की दर 9 फीसदी के आस-पास बनी हुई है. वहीं भारत की बात करें तो यहां पर महंगाई की दर 6 फीसदी से नीचे है. पाकिस्तान में प्रति व्यक्ति आय 2018 के 1,482 डॉलर की तुलना में 2021 में घटकर 1,260 डॉलर हो गई है.
भारत में जमकर आया विदेशी निवेश
FDI के मोर्चे पर भी पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है. विदेशी निवेशक लगातार वहां से पीछे हट रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक जुलाई से अक्टूबर के दौरान पाकिस्तान में कुल 662 मिलियन डॉलर का निवेश आया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह आंकड़ा 750 मिलियन डॉलर का था. जहां तक भारत की बात है तो वित्त वर्ष 2021 में भारत में रिकॉर्ड 81.7 बिलियन डॉलर का विदेश निवेश (FDI) आया है.
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स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस साल अक्टूबर में पाकिस्तान का चालू खाता घाटा बढ़कर 1.6 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. चालू खाता घाटा पाकिस्तान की जीडीपी का 4.7 फीसदी हो गया है. पाकिस्तान में कर्ज और देनदारियां भी ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है. कर्ज के आंकड़ों को देखने पर पता चलता है कि जून 2018 में पाकिस्तान के प्रत्येक नागरिक के ऊपर 1,44,000 रुपये बकाया था और सितंबर 2021 में यह बढ़कर 2,35,000 रुपये हो चुका है.
HIGHLIGHTS
- वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ रिकॉर्ड 20.1 फीसदी
- वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान पाकिस्तान की जीडीपी 3 से 4 फीसदी रहने का अनुमान