भारत के निर्यात की वृद्धि दर इस साल की तीसरी तिमाही (सितंबर तिमाही) में साल भर पहले की तुलना में कम हुई, लेकिन सितंबर महीने में इसकी गति बढ़ी है. संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक व्यापार पर जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है. व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (United Nations Conference on Trade and Development-UNCTAD) ने नयी वैश्विक व्यापार रिपोर्ट में कहा कि इस साल की तीसरी तिमाही में वैश्विक व्यापार साल भर पहले की तुलना में पांच प्रतिशत कम हुआ है. हालांकि यह दूसरी तिमाही में आयी 19 प्रतिशत की गिरावट की तुलना में बेहतर है.
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भारत के निर्यात में साल भर पहले की तुलना में 6.1 प्रतिशत की गिरावट
अंकटाड की रिपोर्ट में कहा गया कि आलोच्य तिमाही के दौरान भारत के निर्यात में साल भर पहले की तुलना में 6.1 प्रतिशत की गिरावट आयी है. हालांकि सितंबर महीने में निर्यात चार प्रतिशत बढ़ा है. अंकटाड को अनुमान है कि 2020 में वैश्विक व्यापार 2019 की तुलना में सात से नौ प्रतिशत तक कम रह सकता है. यह इस बात पर निर्भर करेगा कि इस साल सर्दियों में कोरोना वायरस महामारी की स्थिति कैसी रहती है. अंकटाड के महासचिव मुखिशा कितुयी ने कहा कि महामारी का अनिश्चित परिदृश्य आने वाले महीनों में व्यापार की संभावनाओं को प्रभावित करता रहेगा. कुछ बेहतर संकेतों के बाद भी हम इस बात की आशंका को खारिज नहीं कर सकते हैं कि कुछ क्षेत्रों में उत्पादन में कमी आ सकती है और पाबंदियों को कड़ा किया जा सकता है.
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उन्होंने कहा कि भले ही सात से नौ प्रतिशत की गिरावट साल के लिये नकारात्मक है, लेकिन यह जून तिमाही में 20 प्रतिशत की गिरावट के लगाये जा रहे अनुमान की तुलना में सकारात्मक है. अंकटाड ने जून के पूर्वानुमान में कहा था कि 2020 में वैश्विक व्यापार सालाना आधार पर 20 प्रतिशत तक कम हो सकता है. हालांकि उसके बाद से व्यापार में सुधार हुआ है, जिसका कारण यूरोप और पूर्वी एशिया में आर्थिक गतिविधियों का अपेक्षा से पहले ही शुरू हो जाना है.