अगस्त के दौरान बढ़ी महंगाई, थोक महंगाई दर बढ़कर 0.16 प्रतिशत पर पहुंची

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी बयान में यह जानकारी दी गई है. इससे पहले पिछले कई महीनों तक थोक मुद्रास्फीति नकारात्मक दायरे यानी शून्य से नीचे रही थी.

author-image
Dhirendra Kumar
एडिट
New Update
INFLATION

थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति (Wholesale Price Index-WPI)( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

खाद्य और विनिर्मित उत्पाद महंगे होने से अगस्त में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति (Wholesale Price Index-WPI) बढ़कर 0.16 प्रतिशत पर पहुंच गई. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी बयान में यह जानकारी दी गई है. इससे पहले पिछले कई महीनों तक थोक मुद्रास्फीति नकारात्मक दायरे यानी शून्य से नीचे रही थी. अप्रैल में यह -1.57 प्रतिशत, मई में -3.37 प्रतिशत, जून में -1.81 प्रतिशत और जुलाई में -0.58 प्रतिशत रही थी.

यह भी पढ़ें: नौ लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण वाली दूसरी कंपनी बनी TCS

अगस्त में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 3.84 प्रतिशत रही
बयान में कहा गया है कि अगस्त में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 0.16 प्रतिशत (अस्थायी) रही है. अगस्त, 2019 में यह 1.17 प्रतिशत थी. अगस्त में खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 3.84 प्रतिशत रही. इस दौरान आलू के दाम 82.93 प्रतिशत बढ़े. सब्जियों की मुद्रास्फीति 7.03 प्रतिशत रही। इस दौरान प्याज हालांकि 34.48 प्रतिशत सस्ता हुआ. समीक्षाधीन महीने में ईंधन और बिजली की मुद्रास्फीति घटकर 9.68 प्रतिशत रह गई. इससे पिछले महीने यानी जुलाई में यह 9.84 प्रतिशत थी.

यह भी पढ़ें: Oracle करेगी अमेरिका में टिकटॉक का अधिग्रहण, माइक्रोसॉफ्ट का प्रस्ताव खारिज

हालांकि, इस दौरान विनिर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति बढ़कर 1.27 प्रतिशत हो गई, जो जुलाई में 0.51 प्रतिशत थी. भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले महीने मौद्रिक समीक्षा में मुद्रास्फीति के ऊपर की ओर जाने के जोखिम की वजह से नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया था.

Inflation Retail Inflation Growth WPI Wholesale Price Index Retail Inflation WPI Inflation Data महंगाई Inflation Growth रिटेल महंगाई थोक मूल्य सूचकांक
Advertisment
Advertisment
Advertisment