बैंक फर्ज़ीवाड़ा मामले में सीबीआई जांच झेल रही यूपी की सिंभावली शुगर लिमिटेड कंपनी ने कहा है कि वह ओरिएंटल बैंक ऑफ़ कॉमर्स (ओबीसी) और अन्य सभी उधारदाताओं के सारे कर्ज़ निश्चित समय सीमा में लौटा देंगे।
बता दें कि सीबीआई ने 97.85 करोड़ रुपये का लोन नहीं चुकाने के मामले में सिंभावली शुगर लिमिटेड, इसके सीएमडी गुरमीत सिंह मान, डिप्टी एमडी गुरुपाल सिंह और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एफआईआर में अज्ञात बैंक अधिकारियों के नाम भी शामिल हैं।
सिंभावली शुगर लिमिटेड कंपनी पर लगभग 200 करोड़ रुपये का घपला करने का आरोप है।
कंपनी की तरफ से एक जवाब फ़ाइल की गई है जिसमें कहा गया है, 'कंपनी और प्रबंधन ओरिएंटल बैंक ऑफ़ कॉमर्स समेत सभी लेनदारों के पैसे जल्द ही वापस कर देगी। इसके अलावा सीबीआई को जांच में जो भी मदद चाहिए वह की जाएगी।'
इससे पहले बैंक की ओर से दायर की गई शिकायत में कहा गया कि कंपनी ने साल 2011 में रिजर्व बैंक की गन्ना किसानों के लिए लाई गई योजना के तहत 97.85 करोड़ का लोन लिया था।
इस रकम को गन्ना किसानों को वित्तीय मदद के रूप में बांटना था, लेकिन कंपनी ने फर्जीवाड़ा करके इस रकम को अपने काम के लिए खर्च कर लिया। 31 मार्च 2015 को यह लोन एनपीए बन गया।
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जिसके बाद कंपनी ने पिछले लोन को चुकाने के लिए 110 करोड़ रु का नया लोन लिया। एफआईआर के अनुसार दूसरे लोन को नोटबंदी के 20 दिन बाद 29 नवंबर 2016 को एनपीए घोषित कर दिया गया।
एफआईआर के अनुसार बैंक से 97.85 करोड़ रु की धोखाधड़ी का मामला है लेकिन असल में बैंक को 109.08 करोड़ रु का नुकसान हुआ है।
सीबीआई ने सिंभावली शुगर्स लिमिटेड के खिलाफ मामले के सिलसिले में दिल्ली और उत्तरप्रदेश में कई स्थानों पर छापेमारी की है। छापेमारी के साथ सीबीआई ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
बैंक ने कंपनी के खिलाफ 17 नवंबर 2017 को शिकायत की थी लेकिन सीबीआई ने 22 फरवरी 2018 को इस मामले में एफआईआर दर्ज की।
गौरतलब है कि यह कंपनी शुगर रिफाइनरी कंपनियों की सबसे बड़ी कंपनियों मे से एक है। यह कंपनी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में भी लिस्टेड है।
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Source : News Nation Bureau