केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन को मंजूरी दिए जाने के एक दिन बाद ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने गुरुवार को कहा कि यह भारत को दुनिया में हरित हाइड्रोजन का अग्रणी उत्पादक और आपूर्तिकर्ता बना देगा।
हितधारकों के साथ एक बैठक में उन्होंने कहा कि मिशन उद्योग के लिए आकर्षक निवेश और व्यापार के अवसर प्रदान करेगा, और डीकार्बोनाइजेशन और ऊर्जा स्वतंत्रता की दिशा में भारत के प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
इससे रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। मंत्री ने आगे कहा कि मिशन हरित हाइड्रोजन की सामथ्र्य बढ़ाने के लिए नियामक ढांचे, प्रौद्योगिकी और नवाचार पर काम करते हुए मांग निर्माण, आपूर्ति पक्ष को मजबूत करने की दिशा में उपायों की श्रृंखला के माध्यम से देश में हरित हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र के विकास को आगे बढ़ाएगा।
मिशन का लक्ष्य 2030 तक लगभग 125 जीडब्ल्यू की संबद्ध नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता के साथ प्रति वर्ष कम से कम 5 मिलियन मीट्रिक टन हरित हाइड्रोजन क्षमता स्थापित करना है।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि लक्षित उत्पादन क्षमता कुल निवेश में 8 लाख करोड़ रुपये लाएगी और इसके परिणामस्वरूप 6 लाख से अधिक स्वच्छ रोजगार सृजित होंगे।
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Source : IANS