भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank-RBI) के बाद रेटिंग एजेंसी (Rating Agency) मूडीज (Moody’s) ने भी भारत के विकास दर का अनुमान घटा दिया है. वित्त वर्ष 2019- 20 के लिए मूडीज ने जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) को घटाकर 5.8 फीसदी कर दिया है. मूडीज ने पहले 6.2 फीसदी ग्रोथ रेट रहने का अनुमान जताया था. वहीं मूडीज की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 में ग्रोथ रेट बढ़कर 6.6 फीसदी भी हो सकता है जो कि आगामी वर्षों में और बढ़कर 7 फीसदी के स्तर तक जा सकता है.
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आर्थिक सुस्ती, कमजोर मांग से आर्थिक मंदी की समस्या बढ़ी
मूडीज (Moody’s) की रिपोर्ट के मुताबिक निवेश में सुस्ती की वजह से 8 फीसदी जीडीपी ग्रोथ की जो संभावना थी. वह अब कमजोर पड़ गई है. रिपोर्ट के मुताबिक कमजोर मांग, आर्थिक सुस्ती, बेरोजगारी और NBFC के पास कैश की कमी की वजह से आर्थिक मंदी की समस्या को और बढ़ा दिया है.
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RBI ने GDP ग्रोथ अनुमान 6.9 से घटाकर 6.1 फीसदी किया
RBI ने वित्त वर्ष 2020 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 6.9 से घटाकर 6.1 फीसदी कर दिया है. वित्त वर्ष 2021 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 7 फीसदी रखा है. रिजर्व बैंक (Reserve Bank) ने ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती की है. RBI ने रेपो रेट 5.40 फीसदी से घटाकर 5.15 फीसदी कर दिया है.
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वहीं रिवर्स रेपो रेट भी 5.15 फीसदी से घटाकर 4.90 फीसदी कर दिया है. मार्जिनल स्टैंडिंग फेसिलिटी रेट (MSFR) और बैंक रेट 5.65 फीसदी से घटाकर 5.40 फीसदी कर दिया है. रिजर्व बैंक (RBI) इस साल लगातार चार बार में रेपो दर में 1.35 फीसदी की कटौती कर चुका है.