अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के मुद्दे पर कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) लगातार केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के ऊपर हमलावर हैं. राहुल गांधी मोदी सरकार को जीडीपी विकास दर (GDP Growth Rate), मजदूर, किसान, छोटे व्यापारियों और बेरोजगारी के मुद्दे पर लगातार घेर रहे हैं. उन्होंने अर्थव्यवस्था को लेकर सरकार के ऊपर तीखी टिप्पणियां भी की हैं. राहुल गांधी अब केंद्र सरकार (Modi Government) के द्वारा सरकारी कंपनियों के विनिवेश के मुद्दे पर हमलावर हो गए हैं.
यह भी पढ़ें: बैंक ऑफ महाराष्ट्र, इंडियन ओवरसीज बैंक के ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी, सस्ते हो गए लोन
LIC को बेचना मोदी सरकार का एक और शर्मनाक प्रयास: राहुल गांधी
उन्होंने अपने ताजा ट्वीट में लिखा है कि नरेंद्र मोदी जी सरकारी कंपनी बेचो मुहिम चला रहे हैं. उन्होंने आगे लिखा है कि खुद की बनायी आर्थिक बेहाली की भरपाई के लिए देश की सम्पत्ति को थोड़ा-थोड़ा करके बेचा जा रहा है. जनता के भविष्य और भरोसे को ताक पे रखकर LIC को बेचना मोदी सरकार का एक और शर्मनाक प्रयास है.
यह भी पढ़ें: 2022 से पहले दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं में सुधार की उम्मीद नहीं: रिपोर्ट
नोटबंदी की वजह से गरीब किसान असंगठित मजदूरों के ऊपर हुआ हमला
बता दें कि राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के ऊपर आरोप लगाया था कि नोटबंदी की वजह से गरीब किसान असंगठित मजदूरों के ऊपर हमला हुआ है. उन्होंने कहा था कि मोदी जी का कैश-मुक्त भारत दरअसल मज़दूर-किसान-छोटा व्यापारी मुक्त भारत है. राहुल गांधी ने कहा कि जो पांसा 8 नवंबर 2016 को फेंका गया था, उसका एक भयानक नतीजा 31 अगस्त 2020 को सभी के सामने आया है. उन्होंने नोटबंदी के मामले में कहा था कि यह हिंदुस्तान के गरीब, किसान, मजदूर और छोटे दुकानदार पर आक्रमण था. नोटबंदी हिंदुस्तान के असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण था. 8 नवंबर 8:00 बजे 2016, प्रधानमंत्री जी ने नोटबंदी का निर्णय लिया और 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोट को बंद कर दिया. पूरा हिंदुस्तान बैंक के सामने जाकर खड़ा हो गया. यहां पहला सवाल है कि इससे काला धन मिटा? तो जवाब है नहीं.
यह भी पढ़ें: रघुराम राजन का बड़ा बयान, और भी बदतर हो सकती है भारतीय अर्थव्यवस्था
इसके अलावा उन्होंने दावा किया था कि अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी और उसके बाद से एक के बाद एक गलत नीतियां अपनाई गईं. उन्होंने ट्वीट किया था कि जीडीपी -23.9 प्रतिशत हो गई. देश की अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी. तब से सरकार ने एक के बाद एक ग़लत नीतियों की लाइन लगा दी. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आरोप लगाया कि सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था डुबो दी.