चालू वित्त वर्ष के लिए देश की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) अनुमान में कटौती किए जाने के बाद विपक्ष के निशाने पर आई मोदी सरकार का नीति आयोग ने बचाव किया है।
आयोग ने कमजोर ग्रोथ रेट रेट की बात को खारिज करते हुए मनमोहन सिंह सरकार के दौरान किए गए आर्थिक सुधारों का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा।
नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने कहा कि जब मनमोहन सिंह ने 1991-92 में आर्थिक सुधारों की शुरुआत की थी, तब भी देश की जीडीपी में भारी गिरावट आई थी।
उन्होंने कहा, 'जब मनमोहन सिंह ने 1991-92 में आर्थिक सुधारों की शुरुआत की, तब हमारी जीडीपी कम होकर 1.1 फीसदी हो गई थी। जबकि यह उपलब्धि है कि जीएसटी और नोटबंदी जैसे सुधारों को लागू किए जाने के बाद हमारी जीडीपी में ज्यादा गिरावट नहीं आई।'
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गौरतलब है कि शुक्रवार को केंद्रीय सांख्यिकी आयोग (सीएसओ) ने चालू वित्त वर्ष के लिए जीडीपी अनुमान को घटा दिया है।
सीएसओ के चीफ अनंत कुमार ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था की रफ्तार 2017-18 में धीमी रहेगी और विकास दर पिछले साल 2016-17 में दर्ज की गई 7.1 फीसदी के मुकाबले इस साल 6.5 फीसदी रहेगी।
हालांकि नीति आयोग ने इसका खंडन करते हुए दावा किया कि 2018-19 में देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर शानदार रहेगी।
गौरतलब है कि नोटबंदी और जीएसटी की वजह से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की जीडीपी कम होकर 6 फीसदी से भी नीचे चली गई थी।
हालांकि सितंबर तिमाही में देश की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) 6.3 फीसदी रही जबकि पहली तिमाही में यह आंकड़ा 5.7 फीसदी रहा था, जो पिछले तीन सालों की सबसे कमजोर ग्रोथ रेट थी।
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HIGHLIGHTS
- जीडीपी अनुमान में कटौती किए जाने के बाद विपक्ष के निशाने पर आई मोदी सरकार का नीति आयोग ने बचाव किया है
- आयोग ने कमजोर ग्रोथ रेट रेट की बात को खारिज करते हुए मनमोहन सिंह सरकार के दौरान हुए सुधारों पर निशाना साधा है
Source : News Nation Bureau