देश की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी ने अपने पूंजीगत व्यय कार्यक्रम के लिए आवश्यक 5,000 करोड़ रुपये तक के ऋण लेने के लिए बैंकों से बोलियां आमंत्रित की हैं।
पीएसयू ने मांग की है कि प्रत्येक बैंक/वित्तीय संस्थान ब्याज दर (दो दशमलव में) और प्रस्तावित ऋण की मात्रा का उल्लेख करते हुए एक बिना शर्त और अपरिवर्तनीय प्रतिबद्धता रखेगा।
इसके ऋण दस्तावेज में कहा गया है कि बैंकों को एमसीएलआर से जुड़ी या किसी अन्य बाजार निर्धारित बाहरी बेंचमार्क से जुड़ी ब्याज की न्यूनतम दर उद्धृत करनी चाहिए, जिसमें स्पष्ट रूप से रीसेट अवधि निर्दिष्ट हो जो एक महीने से कम नहीं हो सकती है।
एक बार बोली जमा करने के बाद क्वांटम और आरओआई में संशोधन की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा, प्रत्येक बैंक को केवल तभी भाग लेना होगा जब ऋण की मात्रा 500 करोड़ रुपये या उससे अधिक हो।
कंपनी के आरएफ डब्ल्यू फिट ऋण में उल्लेख है कि ऋण की आय का उपयोग परियोजनाओं के अधिग्रहण, भारत सरकार के विनिवेश कार्यक्रम के तहत सार्वजनिक उपक्रमों में सरकार की इक्विटी हिस्सेदारी खरीदने, नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं सहित चल रहे/नए क्षमता वृद्धि कार्यक्रमों के लिए पूंजीगत व्यय के लिए किया जाएगा। कोयला खनन और वाशरी, विभिन्न परियोजनाओं का नवीनीकरण और आधुनिकीकरण, ऋणों का पुनर्वित्त और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्य आदि।
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Source : IANS