देश में अमीरों और गरीबों के बीच एक बार फिर संपत्ति के बंटवारे या असमानता की खाई बढ़ गई है. संपत्ति पर नजर रखने वाली संस्था ऑक्सफेम ने 2023 के लिए आकंड़े जारी किये है जिसके मुताबिक देश में बिलियनरों की संपत्ति 2020 में कोरोना के शुरू होने से लेकर 2022 तक प्रतिदिन 3608 करोड़ रूपये प्रतिदिन बढ़े है वही दूसरी और देश के बॉटम 50 प्रतिशत आबादी की संपत्ति 2020 के बाद लगातार गिरावट दर्ज की गई है. यह रिपोर्ट ऑक्सफेम ने दावोस में चल रहे वर्ल्ड इक्नोमिक फोरम की बैठक के दौरान अपने सालाना असमानता रिपोर्ट जारी की जिसका टाईटल अमीरों का जिवित रहना.
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ऑक्सफेम के द्वारा जारी असमानता रिपोर्ट के मुताबिक भारत के 1 प्रतिशत अमीरों के पास देश की कुल संपत्ति का 40 प्रतिशत है वही देश के बॉटम 50 प्रतिशत आबादी के पास कुल संपत्ति का मात्र 3 प्रतिशत है. रिपोर्ट के मुताबिक देश के अमीरों की संपत्ति 2020 के बाद पुरे देश में कोरोना महामारी के बावजूद 121 प्रतिशत का उछाल आया है यानि प्रति दिन 3608 करोड़ का इजाफा हुआ है. रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि देश के अमीरों के संपत्ति पर केवल 5 प्रतिशत का टैक्स लगाकर देश के सभी बच्चों को फ्री शिक्षा दी जा सकती है. संस्था ने एक तर्क देते हुए कहा कि 2017 से 2021 के बीच अडानी के अवास्तविक संपत्ति के बढोत्तरी पर एक मुश्त टैक्स लेकर देश के 50 लाख प्राथमिक शिक्षकों को एक साल के लिए वेतन दिया जा सकता है. रपोर्ट में कहा गया है कि देश के टॉप 10 अमीरों पर 5 प्रतिशत का टैक्स से 1.37 लाख करोड़ का क्लेक्शन किया जा सकता है जो कि स्वास्थ्य और आयुष विभाग के कुल बजट का 1.5 गुना होना. ऑक्सफेम ने जीएसटी(GST) टैक्स के बारे में कहा कि 2021-22 में देश के टॉप 10 प्रतिशत की आबादी से केवल 3 प्रतिशत टैक्स आया वही बॉटम के 50 प्रतिशत आबादी से 64 प्रतिशत टैक्स क्लेक्शन हुआ है.
📢 New report alert!
— Oxfam India (@OxfamIndia) January 16, 2023
. @OxfamIndia's latest report, 'Survival of the Richest: The India story' deep dives into staggering inequality in India.
The richest 21 Indian billionaires now have more wealth than 70 crore Indians.
Link- https://t.co/DPCnEvYrrB#InequalityIsUnacceptable pic.twitter.com/o14P6n7IVO
ऑक्सफेम की रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में 2020 में बिलियनरों की संख्या 102 थी वही 2022 में यह आकड़ा बढ़कर 166 हो गया वही देश के टॉप 100 लोगो की संपत्ति कुल 54 लाख करोड़ से अधिक है जो देश के 18 महीनों बजट के बराबर है. बजट से पहले ऑक्सफेम से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मांग की है कि अमीरों और गरीबों के बीच खाई को कम करने के लिए एक नया टैक्स लाना चाहिए खासकर केपिटल गेन पर और यह 1 प्रतिशत से अधिक हो. वित्त मंत्री सीतारमण 1 फरवरी को संसद में आम बजट पेश करेंगी.