क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने पाकिस्तान को ऐसे देशों की श्रेणी में रखा है, जिनको अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापारिक तनाव के माहौल में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि इस्लामाबाद को विदेशी मुद्रा में उधारी का आसरा है और विदेशी कर्ज का भुगतान कम होने से उसकी कर्ज वहन करने की क्षमता क्षीण पड़ गई है.
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द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, मूडीज ने जबकि सुस्त वैश्विक आर्थिक विकास के साथ स्थिर वित्तीय स्थिति का अनुमान लगाया है, लेकिन अमेरिका और चीन के बीच जारी तनाव और राजनीतिक संकट के वैश्विक घटनाओं के कारण उभरते हुए बाजार और सीमावर्ती बाजार को भारी वित्तीय संकट के जोखिम का सामना करना पड़ सकता है.
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा, "एशिया-प्रशांत, मध्यपूर्व और उत्तर अफ्रीका व लातिन अमेरिका में बी-रेटेड अधिपतियों को सबसे बड़ा संकट है." एजेंसी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ-साथ कुछ अन्य देशों को खासतौर से आर्थिक आघात का संकट बना हुआ है.
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पाकिस्तान के बाहरी वित्तपोषण का फासला छह अरब डॉलर तक बढ़ गया है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोषण के 39 महीने के करार के साथ-साथ अन्य द्विपक्षीय और बहुपक्षीय उधारी से बाहरी बफर मिला है, हालांकि, आने वाले वर्षों में चालू खाता घाटा बढ़ने और कर्ज के इतर विदेशी पूंजी आगम का नितांत अभाव हरने से बाहरी संकट बना रहेगा. बाहरी असंतुलन को लेकर पिछले दो साल के दौरान केंद्रीय बैंक द्वारा कुल 750 आधार अंक की वृद्धि करने के बाद ब्याज दर ऊंची रहने से पाकिस्तान की राजकोषीय स्थिति कमजोर हुई है.