पेटीएम का क्यूआर कोड अब तक देश के 35 लाख से ज़्यादा व्यापारियों तक पहुंच चुका है। बुधवार को पेटीएम ने इस बात की जानकारी दी है। पेटीएम ने बताया है कि कंपनी का क्यूआर कोड आधारित भुगतान सिस्टम देश के करीब 35 लाख से अधिका व्यापारियों को डिजिटल भुगतान स्वीकार करने में मदद कर रहा है।
बड़े रिटेल शॉप, अस्पताल, टोल्स, फूड कोर्ट से लेकर पड़ोसी दुकानों तक व्यापारियों की एक बड़ी श्रंखला भुगतान के लिए पेटीएम का इस्तेमाल कर रही है। कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा कि, 'पेटीएम क्यूआर कोड आधारित भुगतानों में निवेश करने वाली पहली कंपनी थी और इसका अनोखा-स्कैन-टू-पे सिस्टम पूरे देश में मोबाइल भुगतानों के लिए लोकप्रिय होता जा रहा है।'
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पेटीएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक अबॉट ने कहा, 'हमारे इस कॉस्ट इफेक्टिव क्यूआर कोड आधारित भुगतान प्रयोग वाला सिस्टम व्यापारियों और ग्राहकों दोनों के लिए एक प्रकार से प्राथमिकता बन गया है। यह देखना मजेदार है कि एक बार हमारे व्यापारी और उपभोक्ता सहज डिजिटल भुगतान की ताकत का अनुभव कर लें, तो इससे उनके व्यवहार में तेज और स्थाई परिवर्तन आ जाता है।'
पेटीएम ने फ्री डिजिटल पेमेंट सिस्टम स्वीकार करने के लिए कई उपक्रम शुरू किए हैं। जिससे देश के व्यापारियों की मदद हो सके इसके लिए कंपनी ने 10 अलग-अलग क्षेत्रीय भाषाओं में अपना प्लेटफार्म उपलब्ध कराया है। इनमें हिंदी, तमिल, तेलुगू, गुजराती, मराठी, बंगाली, कन्नड़, मलयालम, उड़िया और पंजाबी भाषाओं में ट्रांसेक्शन की सुविधा शामिल है। इसकी वजह से छोटे शहरों के प्लेटफार्म से ट्रैफिक में 5 गुना की वृद्धि देखी गई है।
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Source : IANS