देश की जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) 6 साल के निचले स्तर 4.5 फीसदी पर आ गई है. विनिर्माण क्षेत्र और कृषि क्षेत्र में भारी गिरावट देखी जा रही है. वहीं अब खराब आर्थिक आंकड़ों की वजह से मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने खराब जीडीपी के आंकड़ों को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि सरकार के सारे वादे झूठे साबित हुए हैं. फिर वो चाहे रोजगार का मुद्दा हो या फसल का दोगुना दाम देने की बात हो हर वादे को पूरा करने में मोदी सरकार फेल साबित हुई है.
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सरकार अपने वादे को पूरा करने में नाकाम रही: प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने कहा कि आज GDP ग्रोथ 4.5 पर आ गई है जो दिखाता है कि सारे वादे झूठे हैं. उन्होंने कहा कि हर साल 2 करोड़ रोजगार, फसल का दोगुना दाम, अच्छे दिन आएंगे, Make in India होगा और अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन होगी. अब क्या किसी वादे पर हिसाब मिलेगा. उन्होंने आगे कहा कि तरक्की की चाह रखने वाले भारत और उसकी अर्थव्यवस्था को भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपनी नाकामी के चलते बर्बाद कर दिया है.
वादा तेरा वादा...
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 30, 2019
2 करोड़ रोजगार हर साल,
फसल का दोगुना दाम,
अच्छे दिन आएँगे,
Make in India होगा,
अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन होगी...
क्या किसी वादे पर हिसाब मिलेगा?
आज GDP ग्रोथ 4.5% आई है। जो दिखाता है सारे वादे झूठे हैं....1/2 pic.twitter.com/Y9BXWVa3k0
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि भारत की जीडीपी ग्रोथ दूसरी तिमाही में लुढ़ककर 6 साल के निचले स्तर 4.5 फीसदी पर आ गई है. वहीं Gross Value Added (GVA) ग्रोथ में भी भारी गिरावट दर्ज की गई. उनका कहना है कि यह लगातार 5 तिमाही है जिसमें गिरावट देखने को मिली है. उन्होंने सरकार से सवाल किया कि अगर यह मंदी नहीं है तो क्या है.
India’s #GDP growth rate for 2nd quarter of present financial year has fallen to 4.5%, which is the lowest in last 6 years. GVA growth has also dipped drastically.This is the 5th consecutive quarter to see such a fall. If this is not economic recession, then what is?#GDPkeBureDin
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 29, 2019
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दूसरी तिमाही में GDP ग्रोथ 6 साल के न्यूनतम स्तर 4.5 फीसदी पर
देश की आर्थिक वृद्धि में गिरावट का सिलसिला जारी है. विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट और कृषि क्षेत्र में पिछले साल के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन से चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत पर रह गयी. यह छह साल का न्यूनतम स्तर है. एक साल पहले 2018-19 की इसी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 7 प्रतिशत थी. वहीं चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह 5 प्रतिशत थी.
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वित्त वर्ष 2019-20 की जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर का आंकड़ा 2012-13 की जनवरी-मार्च तिमाही के बाद से सबसे कम है. उस समय यह 4.3 प्रतिशत रही थी. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा शुक्रवार को जारी जीडीपी आंकड़ों के अनुसार सकल मूल्य वर्द्धन (जीवीए) वृद्धि दर 4.3 प्रतिशत रही.