1 मार्च से निजी बैंक कैश निकालने पर मोटा चार्ज लगाने की तैयारी में है। बुधवार से एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और एक्सिस बैंक एक लिमिट के बाद कैश ट्रांजेक्शन पर 150 रुपये प्रति निकासी का मोटा चार्ज लगाएंगी।
ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं कि इस लिस्ट में जल्द ही सरकारी बैंक भी शामिल हो सकते हैं। बैंक इस कदम के पीछे सरकार की डिजिटल लेनदेन को सफल बनाने की बात कह रहे हैं लेकिन देखने वाली बात यह है कि जब ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर छूट की बात होती है तो बैंक कन्नी काटने लगते है।
नए नियमों के मुताबिक एचडीएफसी बैंक में 4 जमा या फिर नकद निकासी के बाद हर ट्रांजेक्शन पर 150 रुपये चार्ज वसूलेगा वहीं, इस पर सर्विस चार्ज भी अलग से देना होगा। इसके अलावा एक्सिस बैंक भी 4 जमा या निकासी के बाद हर ट्रांजेक्शन पर 150 रुपये चार्ज लगाएगा।
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इसके अलावा 1 लाख रुपये प्रति महीना से ज्यादा पर 5 रुपये प्रति हजार चार्ज यानि की कम से कम 150 रुपये चार्ज देना होगा। दूसरी ओर आईसीआईसी बैंक भी आपको 4 जमा या निकासी के बाद हर ट्रांजेक्शन पर 150 रुपये चार्ज के साथ ही सर्विस चार्ज भी देना होगा।
यहां आपको बता दें कि बजट 2017-18 में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कैश ट्रांजेक्शन में 3 लाख की लिमिट का प्रस्ताव रखा था। वहीं, 3 लाख से ज्यादा कैश ट्रांजेक्शन पर बैन लगाते हुए सरकार ने 3 लाख से ऊपर कैश ट्रांजेक्शन पर जुर्माना लगाने की भी बात कहीं थी।
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इसके अलावा सरकार ने नकद में ज्वेलरी पर टीडीएस लगाने की बात कही थी। सरकार ने बजट के दौरान बताया था टैक्स कलेक्शन एट सोर्स ज्वेलरी खरीदारी पर लगाये जाएगे। वित्त मंत्री ने 2 लाख से ज्यादा की ज्वेलरी पर 1 फीसदी टीडीएस लगाने की योजना बनाने की बात कही थी।
जबकि बजट एलान के पहले टीडीएस 5 लाख रुपये के बाद कटता था।
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Source : News Nation Bureau