RBI Credit Policy 10 Feb 2022: भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया गया है. रेपो रेट को 4 फीसदी, रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी, मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट 4.25 फीसदी और बैंक रेट को 4.25 फीसदी पर स्थिर रखा गया है. MPC के 6 सदस्यों में से 5 सदस्य ब्याज दरों में किसी भी तरह के बदलाव करने के पक्ष में नहीं थे. शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद कहा कि वित्त वर्ष 2023 के लिए जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) 7.8 फीसदी रहने का अनुमान है.
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वित्त वर्ष 2022-23 में 4.5 फीसदी महंगाई का अनुमान
महंगाई पर उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2022 में महंगाई दर 5.3 फीसदी और चौथी तिमाही में महंगाई दर 5.7 फीसदी रहने का अनुमान है. साथ ही वित्त वर्ष 2022-23 में 4.5 फीसदी महंगाई का अनुमान है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2023 की पहली, दूसरी, तिमाही और चौथी तिमाही में महंगाई दर क्रमश: 4.9 फीसदी, 5 फीसदी, 4 फीसदी और 4.2 फीसदी रहने का अनुमान है. शक्तिकांत दास ने कहा कि क्षमता विस्तार से निवेश मांग में बढ़ोतरी हुई है.
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8 फरवरी से शुरू हुई थी MPC की बैठक
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee-MPC) की बैठक 8 फरवरी (मंगलवार) से शुरू हुई थी. बता दें कि लता मंगेशकर के निधन पर महाराष्ट्र द्वारा 7 फरवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की वजह से रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली 6 सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (RBI Monetary Policy) की बैठक टल गई थी. बता दें कि रिजर्व बैंक की आम बजट के बाद यह पहली और इस वित्त वर्ष की आखिरी द्विमासिक मौद्रिक नीति (Bimonthly Monetary Policy) है. RBI की तीन दिन की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक आज यानी 10 फरवरी को खत्म हो गई है. आरबीआई की एमपीसी की पिछली बैठक दिसंबर 2021 में हुई थी और उस बैठक में भी नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था.
HIGHLIGHTS
- वित्त वर्ष 2022 में महंगाई दर 5.3 फीसदी रहने का अनुमान
- वित्त वर्ष 2022-23 में 4.5 फीसदी महंगाई का अनुमान