Advertisment

सात फीसदी रहेगी विकास दर, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आशंकाओं को नकारा

दास ने कहा कि बीती तिमाही में दर्ज की गई जीडीपी की सुस्ती अस्थाई है और वित्त वर्ष के अंत तक भारतीय अर्थव्यवस्था इससे उबरकर सात फीसदी के करीब ग्रोथ रेट दर्ज करेगी.

author-image
Nihar Saxena
एडिट
New Update
सात फीसदी रहेगी विकास दर, आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आशंकाओं को नकारा

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास.

Advertisment

नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार और अंतरराष्ट्रीय संस्था मूडीज की आशंकाओं को धता बताते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शशिकांत दास ने कहा है कि आने वाले पांच वर्षो में देश की अर्थव्यवस्था को पांच लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचाने बैंक उद्योगों को छूट देना जारी रखेगा. दास ने कहा कि बीती तिमाही में दर्ज की गई जीडीपी की सुस्ती अस्थाई है और वित्त वर्ष के अंत तक भारतीय अर्थव्यवस्था इससे उबरकर सात फीसदी के करीब ग्रोथ रेट दर्ज करेगी.

यह भी पढ़ेंः Arun Jaitley Live Updates: 'जेटली अमर रहें' के नारों के बीच पूर्व वित्त मंत्री का पार्थिव शरीर बीजेपी मुख्यालय रवाना

मांग में तेजी लाना सर्वोच्च प्राथमिकता
आरबीआई गवर्नर सिंगापुर में भारतीय बिजनेस कम्युनिटी से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे वित्तीय सेक्टर में सुधार होगा, मांग में तेजी आएगी. कंपनियों की बैलेंस शीट सुधरेगी और इसका सकारात्मक असर अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा. उनके मुताबिक मांग में तेजी लाना इस समय रिजर्व बैंक और सरकार दोनों की प्राथमिकता है.

यह भी पढ़ेंः मोदी सरकार कश्मीर में हालात सामान्य करने के लिए उठाएगी बड़े कदम, बनाई नई रूपरेखा

ढांचागत सुधारों पर हो रहा काम
दास ने कहा कि कुछ ढांचागत सुधारों की जरूरत है और मुझे खुशी है कि इसपर काम किया जा रहा है. इस वित्त वर्ष के बाकी बचे समय में सरकार सार्वजनिक खर्च बढ़ाएगी, जिससे इकोनॉमी में सुधार आएगा. दास ने भारत की अर्थव्यवस्था में घरेलू बचत के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 में घरेलू बचत जीडीपी का 17.2 परसेंट रही, जबकि शुद्ध वित्तीय बचत की हिस्सेदारी सिर्फ 6.6 परसेंट थी.

यह भी पढ़ेंः अगर पाकिस्तान ने दिल्ली पर गिराया परमाणु बम तो भारत की राजधानी का होगा ये हश्र

रेपो रेट का लाभ मिलेगा
रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट कम करने पर उनका कहना था कि हमने सुनिश्चत किया कि उपभोक्ताओं को जल्द से जल्द रेट कट का लाभ मिल सके. इसके लिए हम लगातार बैंकों के साथ संपर्क में हैं. दास ने बताया कि एनबीएफसी अच्छा प्रदर्शन भले ही ना कर रहे हों, लेकिन दूसरे सेक्टरों की बैलेंस शीट अच्छी है और उनका प्रदर्शन भी बेहतर है. एनबीएफसी में सुधार के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं और इसका परिणाम जल्द ही सामने आएगा.

Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो.

economy India growth rate shaktikanta Das Rbi Governer
Advertisment
Advertisment
Advertisment