भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एम. के. जैन और एम. राजेश्वर राव ने शुक्रवार को सभी 11 लघु वित्त बैंकों (एसएफबी) के एमडी और सीईओ के साथ चर्चा की।
आरबीआई के एक बयान में कहा गया है कि चर्चा में आरबीआई के कार्यकारी निदेशक एस. सी. मुर्मू, सौरव सिन्हा, और रोहित जैन, सीजीएम, पर्यवेक्षण विभाग, अजय कुमार चौधरी और मोनिशा चक्रवर्ती ने भी भाग लिया।
डिप्टी गवर्नर्स ने ऋण देकर और समाज के वंचित वर्गों तक पहुंच बनाकर वित्तीय समावेशन के लिए एसएफबी के योगदान की सराहना की।
एसएफबी के व्यापार मॉडल के विकास, बोर्ड की निगरानी और व्यावसायिकता को बढ़ाने, आश्वासन कार्यों में और सुधार - अनुपालन, आंतरिक नियंत्रण और जोखिम प्रबंधन जैसे कई विषयों पर चर्चा की गई।
उन्होंने ग्राहकों के बेहतर अनुभव और साइबर सुरक्षा लचीलेपन के लिए इन बैंकों के आईटी बुनियादी ढांचे के निर्माण की आवश्यकता पर भी बात की।
उनके बीच फलदायी चर्चा हुई जिसमें एमडी और सीईओ ने एक साथ काम करने की आवश्यकता पर अपने अनुभव और विचार साझा किए ताकि घोषित उद्देश्य को प्राप्त किया जा सके जिसके लिए अलग-अलग लाइसेंस जारी किए गए हैं।
चुनौतियों और आगे के रास्ते पर भी विचार-विमर्श किया गया ताकि एसएफबी भारतीय वित्तीय मध्यस्थता क्षेत्र में महत्वपूर्ण दिग्गज बने रहें और राष्ट्र की वित्तीय समावेशन यात्रा में योगदान दें।
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Source : IANS