Advertisment

Reserve Bank करेगी मौद्रीक नीति का ऐलान, ASSOCAM ने की गवर्नर से अपील

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) नीतिगत दर संशोधन पर फैसला करने के लिए बैठक कर रही है, ऐसे में उद्योग लॉबी निकाय एसोचैम ने कम से कम वृद्धि का आग्रह किया है. एसोचैम ने आरबीआई से यह भी अनुरोध किया है कि वह इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) की खरीद के लिए खुदरा ऋण को प्राथमिकता वाले क्षेत्र के ऋण के रूप में माने. एसोचैम के अनुसार, ब्याज दर में वृद्धि मध्यम होनी चाहिए ताकि उधार लेने की बढ़ती लागत का नवजात आर्थिक सुधार पर महामारी के बाद प्रतिकूल और प्रतिकूल प्रभाव न पड़े. अधिक से अधिक, नई दर वृद्धि 25-35 आधार अंक (बीपीएस) बैंड से अधिक नहीं होनी चाहिए, एसोचैम ने आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास को एक पत्र में कहा, साथ ही उद्योग के सामने आने वाले अन्य मुद्दों पर प्रकाश डाला.

author-image
IANS
एडिट
New Update
RBI

(source : IANS)( Photo Credit : Twitter )

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) नीतिगत दर संशोधन पर फैसला करने के लिए बैठक कर रही है, ऐसे में उद्योग लॉबी निकाय एसोचैम ने कम से कम वृद्धि का आग्रह किया है. एसोचैम ने आरबीआई से यह भी अनुरोध किया है कि वह इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) की खरीद के लिए खुदरा ऋण को प्राथमिकता वाले क्षेत्र के ऋण के रूप में माने. एसोचैम के अनुसार, ब्याज दर में वृद्धि मध्यम होनी चाहिए ताकि उधार लेने की बढ़ती लागत का नवजात आर्थिक सुधार पर महामारी के बाद प्रतिकूल और प्रतिकूल प्रभाव न पड़े. अधिक से अधिक, नई दर वृद्धि 25-35 आधार अंक (बीपीएस) बैंड से अधिक नहीं होनी चाहिए, एसोचैम ने आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास को एक पत्र में कहा, साथ ही उद्योग के सामने आने वाले अन्य मुद्दों पर प्रकाश डाला.

एसोचैम द्वारा दी गई प्रमुख सिफारिशों में से एक यह है कि ईवी की खरीद के लिए खुदरा ऋण को रियायती ब्याज दर के साथ प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र ऋण के रूप में माना जाए. एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा, ईवी के खिलाफ खुदरा अग्रिमों को प्राथमिकता वाले क्षेत्र के ऋण के तहत शामिल किया जा सकता है. यह भारत की ईवी स्टोरी को उत्प्रेरित करने में मदद कर सकता है.

उधारी की बढ़ती लागत के संबंध में, चैंबर ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार काफी ध्यान देने योग्य है, विशेष रूप से वैश्विक प्रतिकूलताएं की पृष्ठभूमि में. हालांकि, यह अभी भी प्रारंभिक अवस्था में है और इसे समर्थन देने की आवश्यकता है.

सूद ने कहा, जब घरेलू अर्थव्यवस्था की बात आती है तो मुद्रास्फीति के चरम पर पहुंचने के संकेत दिखाई देते हैं. यहां तक कि विकसित बाजारों में भी मुद्रास्फीति के चरम पर पहुंचने के शुरूआती संकेत दिखाई दे रहे हैं, इस प्रकार आरबीआई-एमपीसी के लिए दर वृद्धि चक्र को रोकने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए एक मंच तैयार किया गया है.

Advertisment

एक अन्य सुझाव में, चैंबर ने कहा कि अक्षय परियोजनाओं के लिए कम लागत वाले फंड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए, आरबीआई इरेडा के लिए रेपो दर पर उधार लेने की एक विशेष व्यवस्था पर विचार कर सकता है. एसोचैम ने एक अनोखे प्रस्ताव में केंद्रीय बैंक से सभी बैंकों को अकाउंट एग्रीगेटर (एए) ढांचे के तहत लाने के लिए एक समयबद्ध ²ष्टिकोण पर विचार करने का आग्रह किया.

यह ढांचा किसी व्यक्ति को एए नेटवर्क में सुरक्षित और डिजिटल रूप से एक वित्तीय संस्थान से किसी अन्य तक जानकारी तक पहुंचने और साझा करने में मदद करता है. सेबी/आईआरडीएआई द्वारा विनियमित अन्य वित्तीय संस्थानों को सूचना प्रदाताओं और सूचना उपयोगकर्ताओं के रूप में ढांचे में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है.

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Advertisment

Source : IANS

Monetary Policy Reserve Bank ASSOCAM
Advertisment
Advertisment