भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक से पहले विदेशी मुद्रा बाज़ार (Forex Market) में सोमवार को डॉलर के मुक़ाबले रुपये (Rupee) की कमज़ोर शुरुआत हुई है. आज डॉलर के मुकाबले रुपया 48 पैसे गिरकर 71.73 पर खुला. मुद्रा कारोबारियों के अनुसार अन्य विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के मजबुत होने से भी रुपया कमजोर हुआ है. हालांकि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और विदेशी निवेशकों के पूंजी निवेश से रुपये में यह गिरावट थम गई.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार पर रुपया 71.57 पर खुला, लेकिन जल्द ही अमेरिकी डॉलर के मुकाबले यह 48 पैसे गिरकर 71.73 के स्तर पर चल रहा है. शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 71.25 के स्तर पर बंद हुआ था.
रुपया कमज़ोर होने का मतलब यह है कि वैश्विक स्तर पर हमारी करेंसी का अवमुल्यन हुआ है. बता दें कि रुपये की क़ीमत का असर डिमांड और सप्लाई (Demand and Supply) पर भी निर्भर करती है. इतना ही नहीं सभी देशों के पास मुद्रा का भंडार होता है. ऐसे में विदेशी मुद्रा बढ़ने और घटने का असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है. यानी कि रुपया कमज़ोर होने का मतलब है कि भारत को आर्थिक नुकसान होगा.
पिछले सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में भी तेजी बनी रही, जिससे रुपये पर दबाव बना है. हालांकि कच्चे तेल के भाव में फिर नरमी देखी जा रही है.
उधर, डॉलर के मुकाबले यूरो समेत कुछ मुद्राओं में कमजोरी आने से डॉलर इंडेक्स में तेजी आई है. डॉलर इंडेक्स 0.14 फीसदी की बढ़त के साथ 95.43 पर बना हुआ था, जबकि एक यूरो का विनिमय मूल्य 1.1439 डॉलर दर्ज किया गया.
पिछला हफ़्ता विदेशी मुद्रा बाज़ार में रुपये में गिरावट और बढ़ोतरी का हाल
दिन |
रुपये का दाम |
गिरा/बढ़ा |
शुक्रवार |
71.25 |
16 पैसे गिरा |
गुरुवार |
71.08 |
8 पैसे बढ़ा |
बुधवार |
71.12 |
1 पैसे घटा |
मंगलवार |
71.11 |
1 पैसे घटा |
सोमवार |
71.10 |
8 पैसे बढ़ा |
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Source : News Nation Bureau