भारतीय रुपया इतिहास में पहली बार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 70 के स्तर से नीचे फिसल गया है। रुपये में यह गिरावट लगातार दूसरे दिन जारी है। वहीं आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्रा ने इस गिरावट को अस्थायी बताते हुए कहा कि चिंता करने की कोई ज़रूरत नहीं है।
सुभाष चंद्रा ने कहा, 'फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है। रुपये में यह गिरावट बाहरी कारणों से है जो कि जल्द ही सामान्य हो जाएगा।'
बता दें कि वैश्विक संरक्षणवादी नीतियों में वृद्धि के डर और मजबूत अमेरिकी अर्थव्यवस्था के बीच मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 70 के स्तर से नीचे लुढ़क गया, जो इसका अब तक का निम्नतम स्तर है।
पूर्वाह्न 11 बजे के आसपास डॉलर के मुकाबले रुपये ने 70.08 के निम्न स्तर तक गोता लगाया। हालांकि, इसके तुरंत बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने रुपये की गिरावट को थामने के लिए हस्तक्षेप किया।
इस हस्तक्षेप से रुपया 70 के निचले स्तर से थोड़ा ऊपर उठकर 69.98 तक पहुंच गया।
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देश की थोक महंगाई दर घटकर 5.09 फीसदी
देश में जुलाई महीने में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित महंगाई दर घटकर 5.09 फीसदी हो गई। यह दर जून 2018 में 5.77 फीसदी थी। वाणिज्य मंत्रालय के गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई 2017 में यह दर 1.88 फीसदी थी।
हरे निशान में खुले शेयर बाजार
वहीं देश के शेयर बाजार में मंगलवार को मजबूती का रुख है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.54 बजे 163.51 अंकों की मजबूती के साथ 37,799.99 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय 48.20 अंकों की बढ़त के साथ 11,403.95 पर कारोबार करते देखे गए।
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बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 104.69 अंकों की मजबूती के साथ 37,749.59 पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 25.95 अंकों की बढ़त के साथ 11,381.70 पर खुला।
Source : News Nation Bureau