विवादों से घिरे निजी बैंक ICICI Bank की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर पर लगे अनियमितता के आरोपों पर शेयर बाजार नियामक, सेबी की तरफ से जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है. इस जवाब में आईसीआईसीआई बैंक ने कहा है कि वह इस मामले को नियामक की सहमति से सुलझाने के तंत्र के जरिए सुलझाना चाहता है.
शेयर बाजार नियामक मामलों को अदालत से बाहर आपसी सहमति से सुलझाने का रास्ता देता है, जिसमें आरोपों को न तो स्वीकार किया जाता है और न ही अस्वीकार किया जाता है. सेबी की निदेशक मंडल की सालाना बैठक के बाद इस बारे में पूछे जाने पर सेबी प्रमुख अजय त्यागी ने कहा, "आईसीआईसीआई (मुद्दे) पर मेरी जानकारी में बैंक द्वारा जवाब मिलने की बात है. इसलिए हम उसकी जांच करेंगे."
हालांकि त्यागी ने अनभिज्ञता जताई
सहमति से मामला सुलझाने की बात पर त्यागी ने अनभिज्ञता जताई, लेकिन उनकी उपस्थिति में ही सेबी के दूसरे अधिकारी ने इस आवेदन की पुष्टि की. इससे पहले सेबी ने आईसीआईसीआई बैंक और उसके एमडी व सीईओ चंदा कोचर को वीडियोकॉन समूह को कर्ज देने के मामले में हितों के टकराव पर कारण बताओ नोटिस जारी किया था, क्योंकि चंदा के पति दीपक कोचर की वीडियोकॉन समूह के साथ व्यापारिक भागीदारी थी.
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स्वतंत्र जांच एजेंसी कर रही जांच
वर्तमान में, सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बी. एन. श्रीकृष्णा की अगुवाई में एक स्वतंत्र जांच एजेंसी अनियमितता के आरोपों की जांच में जुटी है.
Source : IANS