TATA स्टील ने इनसॉल्वेंसी कोड के तहत किया भूषण स्टील का अधिग्रहण

टाटा स्टील अपने पूर्ण हिस्सेदारी वाली सहायक कंपनी बनीपाल स्टील लिमिटेड (बीएनपीएल) के जरिए दिवालिया की कगार पर खड़ी भूषण स्टील कंपनी में 72.65 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है।

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vineet kumar1
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TATA स्टील ने इनसॉल्वेंसी कोड के तहत किया भूषण स्टील का अधिग्रहण

प्रतीकात्मक

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टाटा स्टील ने अपने पूर्ण हिस्सेदारी वाली सहायक कंपनी बनीपाल स्टील लिमिटेड (बीएनपीएल) के जरिए दिवालिया की कगार पर खड़ी भूषण स्टील कंपनी का अधिग्रहण कर लिया है। टाटा ने भूषण स्टील कंपनी में 72.65 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है।

भारतीय रिजर्व बैंक ने इनसॉल्वेंसी (दिवालिया) और बैंकरप्सी कोड (आईबीसी) के तहत निपटाने के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून प्राधिकरण (एनसीएलटी) को 12 एनपीए कंपनियों की लिस्ट जारी की थी।

जिसके बाद टाटा स्टील ने अपनी सहायक कंपनी बनीपाल स्टील लिमिटेड के जरिए बोली लगाकर इसकी हिस्सेदारी हासिल की।

इस सौदे के साथ इनसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी प्रक्रिया के तहत सफलतापूर्वक अधीग्रहण करने वाली पहली कंपनी भूषण स्टील बन गई है।

बता दें कि भूषण स्टील कंपनी पर 56,000 करोड़ रूपए का कर्ज है। वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे पीयूष गोयल ने ट्वीट कर बधाई दी।

पीयूष गोयल ने लिखा,'बैंको के समाधान प्रक्रिया के तहत ऐतिहासिक सफलता मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अरुण जेटली को बधाई। टाटा स्टील ने 36400 करोड़ की पारदर्शी बोली के जरिए करदाताओं की ओर से भूषण स्टील कंपनी को दिए गए प्रिंसिपल लोन को चुका दिया है और 12 प्रतिशत हिस्सेदारी भी हासिल कर ली है।'

उन्होंने कहा कि भूषण स्टील की लिक्विडेशन वैल्यू करीब 145.41 अरब रु थी बावजूद इसके लेनदारों को लगभग चार गुना राशि प्राप्त हुई। ऐसा सिर्फ और सिर्फ मजबूत और पारदर्शी आईबीसी ( इनसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड ) के कारण संभव हुआ है।

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इस अधिग्रहण के बाद वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि इससे इनसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड की सफलता जाहिर होती है।

उन्होंने कहा कि यह डील लगभग 36,400 करोड़ रू में हुई है। यह राशि सीधे तौर पर 53 लेनदारों ( घरेलू और अंतरराष्ट्रीय) के पास जाएगी। इससे बैंकिंग सिस्टम को साफ करने में मदद हासिल होगी।

भूषण स्टील के अधिग्रहण से टाटा स्टील के मौजूदा 12.7 मिलियन टन के कच्चे स्टील की क्षमता में लगभग 5.6 मिलियन टन बढ़ोतरी होगी।

कंपनी के पास लगभग 2 मिलियन टन के कोल्ड रोल्ड उत्पादों के लिए डाउनस्ट्रीम सुविधाएं उपलब्ध हैं। अपस्ट्रीम सुविधाएं मेरमंदली (ओडिशा) में उपलब्ध हैं जबकि डाउनस्ट्रीम सुविधाएं खपोली (महाराष्ट्र) और साहिबाबाद (उत्तर प्रदेश) में उपलब्ध हैं।

भूषण स्टील मुख्य रूप से ऑटोमोबाइल और उपभोक्ता टिकाऊ निर्माताओं की जरूरतों को पूरा करता है।

कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया है कि भूषण स्टील के वित्तीय कर्जदाताओं (बैंक एवं वित्तीय संस्थानों) को 35,200 करोड़ रुपए के बराबर के भुगतान को समाधान की शर्तों के अनुसार निपटाया जा रहा है।

कंपनी ने बताया है कि समाधान प्रक्रिया के तहत तय कर्मचारियों के बकायों का भुगतान कर दिया है।

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Source : News Nation Bureau

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