उत्तर प्रदेश में विदेशी निवेश तेजी से बढ़ रहा है. योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश सरकार निवेशकों को आकर्षित करने में सफल होती दिख रही है. पिछले कुछ समय में यूपी के अंदर 24 देशों के निवेशकों ने अबतक 50 हजार करोड़ से अधिक का निवेश किया है. खास बात ये है कि ये निवेश सिर्फ वादों और कागजों पर ही नहीं है, बल्कि जमीन पर भी आते दिख रहे हैं. यूपी सरकार अब तक 39 निवेश परियोजनाओं के लिए जमीन का आबंटन भी कर चुकी है. योगी सरकार की कोशिश है कि प्रदेश में निवेश का बेहतर माहौल बनाया जाए, ताकि अधिकतम निवेश को आकर्षित किया जाए. इससे प्रदेश के निवासियों को रोजगार भी मिलेगा.
यूपी सरकार ने बनाई डेडीकेटेड हेल्पडेस्क
जानकारी के मुताबिक, अब योगी सरकार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन करने वाली है. ताकि उत्तर प्रदेश में एफडीआई और बढ़े. इससे प्रदेश में 10 लाख करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य भी पूरा होगा. इसी क्रम में औद्योगिक विकास विभाग ने विदेशी निवेश को लेकर डेडीकेटेड हेल्पडेस्क बनाई है.
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पांच साल में 12 देशों से आया निवेश
आंकड़ों के मुताबिक, यूपी में पिछले पांच वर्ष में 12 देशों से 26,371 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिले हैं. इसके तहत अब तक 39 परियोजनाओं के लिए भूमि आवंटित हो चुकी है. सरकार को उम्मीद है कि इन परियोजनाओं से 38 हजार से ज्यादा को रोजगार मिलेगा.
यूपी सरकार ने 93 देशों के दूतावासों को लिखा पत्र
उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्लोबल इंन्वेस्टर्स समिट 23 के लिए 93 देशों के दूतावासों, विदेश मंत्रालय और इन्वेस्ट इंडिया को पत्र लिखा है. और निवेशकों की जानकारी भी मांगी है. यूपी सरकार जरूरत पड़ने पर खुद ही संपर्क भी साधने का काम करेगी. बता दें कि उत्तर प्रदेश में सिंगापुर, अमेरिका, जापान, यूके, कनाडा, जर्मनी और दक्षिण कोरिया जैसे देशों के नाम प्रमुख निवेशकों में है. इसके अलावा अन्य देशों के निवेशक भी उत्तर प्रदेश का रुख कर रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- यूपी बन रहा निवेशकों की पहली पसंद
- योगी सरकार तैयार कर रही बेहतर माहौल
- अब तक 50 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश आया