Mining Sector में अग्रणी कंपनी वेदांता लिमिटेड (Vedanta Limited) देश की जीडीपी में भी अहम योगदान करती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, वेदांता लिमिटेड के जरिए देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में करीब 0.40 प्रतिशत या 67,554 करोड़ रुपये का योगदान रहता है. इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटीटीवनेस (Institute for Competitiveness) ने वेदांता के आर्थिक एवं सामाजिक प्रभाव का अध्ययन करने के बाद ये आंकड़ें जारी किए हैं.
इस रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के आपूर्तिकर्ताओं (Suppliers) और रोजगार सृजन (Jobs) करने की उनकी क्षमता को भी जोड़ कर अनुमान लगाया जाए तो अर्थव्यवस्था पर इसका अतिरिक्त प्रभाव सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के एक प्रतिशत 1,69,550 करोड़ रुपये के बराबर हो जाता है.
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रोजगार सृजन के संदर्भ में वेदांता अपने ग्रुप या इंडस्ट्री की कंपनियों के माध्यम से करीब 10 लाख हर वर्ष रोजगार दे रही है. इस तरह वेदांता के कारोबार से इसमें सीधे काम करने वाले एक व्यक्ति के मुकाबले भारत में 17 रोजगार के अवसर मिलते हैं. आईएफसी ने 2018 में इसी तरह रिलायंस जियो के दूरसंचार में प्रवेश से अर्थव्यवस्था पर प्रभाव पर भी रिसर्च किया है.
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आईएफसी की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, एल्यूमीनियम, जस्ता, तेल-गैस, तांबा और लौह अयस्क क्षेत्र में कारोबार करने वाले वेदांता समूह का रुपये के हिसाब से योगदान 3,74,000 करोड़ रुपये आता है. कंपनी के कारोबार के चलते भारत 2012 से तांबे का शुद्ध निर्यातक बना हुआ था. लेकिन इसके तुतीकोरीन संयंत्र के बंद होने से यह स्थिति 2018-19 में थोड़ी बदल गई थी.
HIGHLIGHTS
इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटीटीवनेस (Institute for Competitiveness) ने वेदांता ये आंकड़ें जारी किए हैं.
वेदांता लिमिटेड के जरिए देश के GDP में करीब 0.40 प्रतिशत या 67,554 करोड़ रुपये का योगदान रहता है.
वेदांता अपने ग्रुप या इंडस्ट्री की कंपनियों के माध्यम से करीब 10 लाख हर वर्ष रोजगार दे रही है.
Source : एजेंसी