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थोक महंगाई जून में 1.81 फीसदी घटी, लेकिन खाद्य पदार्थ हुए महंगे

थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) के मासिक आंकड़ों पर आधारित वार्षिक मुद्रास्फीति जून 2020 में 1.81 प्रतिशत घटी है. एक साल पहले इसी माह में यह 2.02 प्रतिशत ऊपर थी.

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Dhirendra Kumar
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Inflation

थोक मूल्य सूचकांक (WPI)( Photo Credit : फाइल फोटो)

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थोक मूल्य सूचकांक (WPI) आधारित मुद्रास्फीति सालाना आधार पर जून 2020 में 1.81 प्रतिशत घट गई, इस दौरान ईंधन और बिजली के दाम में गिरावट रही जबकि खाद्य पदार्थ महंगे हुये. इससे पिछले महीने यानी मई में थोक मुद्रास्फीति 3.21 प्रतिशत घटी थी. इस लिहाज से जून की गिरावट कुछ कम हुई है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की यहां जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) के मासिक आंकड़ों पर आधारित वार्षिक मुद्रास्फीति जून 2020 में 1.81 प्रतिशत घटी है. एक साल पहले इसी माह में यह 2.02 प्रतिशत ऊपर थी. वहीं खाद्य जिंसों में जून माह के दौरान मुद्रास्फीति सालाना आधार पर 2.04 प्रतिशत रही. इससे पिछले महीने यह 1.13 प्रतिशत रही थी.

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ईंधन और बिजली समूह के सूचकांक में 13.60 प्रतिशत की गिरावट रही. हालांकि इससे पिछले महीने मई में इस समूह में 19.83 प्रतिशत की गिरावट थी. विनिर्मित उत्पादों की यदि बात की जाये तो जून में इनकी मुद्रास्फीति 0.08 प्रतिशत रही जबकि मई में इनमें 0.42 प्रतिशत की गिरावट आई थी. बहरहाल, मंत्रालय ने कहा है कि अप्रैल की डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति 1.57 प्रतिशत रही है.

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जून में खुदरा महंगाई 6.09 फीसदी
भारत का खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation Growth) या उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (Consumer Price Index-CPI) जून में 6.09 प्रतिशत रहा है. आधिकारिक आंकड़ों से सोमवार को यह जानकारी सामने आई है. शहरी सीपीआई 5.91 प्रतिशत और ग्रामीण सीपीआई 6.20 प्रतिशत रही है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने हालांकि कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण सीपीआई या खुदरा महंगाई पर करेस्पांडिंग आकड़े नहीं दिए हैं. बड़ी बात यह कि देश के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में गिरावट का रुख दिखा है. जून में यह घटकर 7.87 प्रतिशत पर आ गया, जबकि मई में यह 9.20 प्रतिशत था.

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पिछले महीने में खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 7.87 प्रतिशत हो गयी
सीएफपीआई की रीडिंग खाद्य उत्पादों के खुदरा मूल्य में बदलाव को मापती है. सरकार के आंकड़े के अनुसार पिछले महीने में खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 7.87 प्रतिशत हो गयी. पिछले साल जून महीने में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर 3.18 प्रतिशत थी. आईसीआरए की प्रमुख अर्थशास्त्री, अदिति नायर ने कहा कि तीन महीने के अंतराल बाद सीएसओ द्वारा जारी हेडलाइन सीपीआई महंगाई दर में जून 2020 के लिए महंगाई दर 6.1 प्रतिशत है, जो उम्मीद से अधिक है। यह फुटकर वस्तुओं, वस्त्र और फूटवियर, पान, तंबाकू आदि के कारण है.

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