खुदरा महंगाई दर में बढ़ोतरी के बाद देश में थोक महंगाई दर (WPI) सितंबर में बढ़कर 5.13% हो गई. केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को ये आंकड़े जारी किए. अगस्त में थोक महंगाई 4.53% थी. अगस्त में महंगाई दर 10 महीने की न्यूनतम स्तर पर हुई थी लेकिन घटने के बाद एक बार फिर बढ़ गई. जुलाई में थोक महंगाई दर 5.09 फीसदी थी. महंगाई दर में बढ़ोतरी के लिए तेल की कीमतों में लगातार हुई वृद्धि को जिम्मेदार माना जा रहा है.
मंत्रालय ने कहा, 'मासिक डब्ल्यूपीआई पर आधारित सितंबर माह की मंहगाई दर 5.13 फीसदी (तत्कालिक) रही जो अगस्त में 4.53 फीसदी थी जबकि सितंबर 2017 में यह दर 3.14 फीसदी रही।'
सितंबर में खुदरा महंगाई दर में भी अगस्त के मुकाबले इजाफा हुआ. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, खुदरा महंगाई दर सितंबर में 3.77 फीसदी दर्ज की गई, जबकि अगस्त में 3.69 फीसदी थी. सालाना उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) में सितंबर 2018 में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले वृद्धि दर्ज की गई थी.
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) की ओर से बीते शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, उपभोक्ता खाद्य पदार्थ मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) अगस्त के 0.29 फीसदी के मुकाबले बढ़कर सितंबर में 0.51 फीसदी हो गया.
अगस्त में खुदरा महंगाई भी घटी थी
दरअसल अगस्त में खुदरा महंगाई 3.7 फीसदी पर रही थी. यह जुलाई के मुकाबले काफी कम थी. जुलाई में इसका स्तर 4.2 फीसदी पर था. इसके चलते अगस्त में खाने-पीने की चीजों की महंगाई घटी थी. अगस्त में खाद्य महंगाई दर 1.37 फीसदी से घटकर 0.29 फीसद हुई थी.
Source : News Nation Bureau