नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने शुक्रवार को एक सर्कुलर जारी कर कहा कि वह 1 जनवरी, 2020 से पूर्वव्यापी प्रभाव वाले सभी घरेलू यूपीआई मर्चेट (P2M) लेनदेन के लिए यूपीआई इंटरचेंज और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर शुल्क को 'जीरो' संशोधित करने के लिए सहमत हो गया है. जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार, शुल्क समाप्ति की अंतरिम अवधि 30 अप्रैल 2020 तक के लिए की गई है. यह मैनडैट्स, ईएमआई, ओवरड्राफ्ट अकाउंट और बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) कलेक्शन व पेमेंट्स जैसी सेवाओं पर लागू नहीं होगी.
यह भी पढ़ेंः 7 मार्च को अयोध्या जाएंगे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, सरकार के 100 दिन पूरा होने पर कार्यक्रम
पड़ेगा बड़ा असर
मर्चेट डिस्काउंट रेट (MDR) की समाप्ति के बाद इस लेनदेन शुल्क को खत्म करने का निर्णय लिया गया है. बैंकों द्वारा रुपे डेबिट कार्ड और यूपीआई लेनदेन के लिए व्यापारियों से किसी भी एमडीआर को चार्ज करने में सक्षम नहीं होने के साथ, यह उम्मीद की जा रही थी कि उन्हें अन्य हितधारकों को शुल्क का भुगतान नहीं करने का लेकर राहत दी जाएगी. हालांकि, इस कदम से यूपीआई इकोसिस्टम में बड़ा मार्केट शेयर रखने वाले फोनपे, गूगल पे और अमेजन पे जैस डिजिटल पेमेंट्स प्लेयर पर असर पड़ सकता है.
यह भी पढ़ेंः NZVIND : दूसरे दिन का खेल खत्म, न्यूजीलैंड ने ली 51 रन की बढ़त, जानिए मैच का पूरा हाल
थर्ड पार्टी की कमाई पर संकट
यूपीआई इंटरचेंज और पीएसपी फीस समाप्ति सभी घरेलू यूपीआई मर्चेट लेनदेन के लिए 1 जनवरी से पूर्वव्यापी प्रभाव से लागू है. हालांकि, यह अभी तक ज्ञात नहीं है कि अब तक पहले से एकत्र शुल्क को कैसे वसूला जाएगा. पीएसपी शुल्क माफ किए जाने के बाद से थर्ड पार्टी एप्स (टीपीएएस) जैसे कि गूगल पे, फोनपे, अमेजन पे और अन्य के लिए यूपीआई लेनदेन पर कुछ भी कमा पाना मुश्किल होगा. शायद ही कोई पार्टी इससे कमाई कर सके. प्रत्येक यूपीआई पी2एम लेनदेन पर यह थर्ड पार्टी एप्स पीएसपी शुल्क के माध्यम से औसतन 0.30 से 0.35 रुपये की कमाई करती है.
HIGHLIGHTS
- फोनपे, गूगल पे और अमेजन पे जैस डिजिटल पेमेंट्स प्लेयर पर असर.
- थर्ड पार्टी एप्स पीएसपी शुल्क से 0.30 से 0.35 रुपये की कमाई करती है.
- पीएसपी शुल्क माफी के बाद थर्ड पार्टी एप्स को कुछ भी कमा पाना मुश्किल.