Dhanteras Gold Silver Offer 2019: आज धनतेरस (Dhanteras 2019) पर लोग सोने-चांदी के जेवरों (Gold Silver Rate Today) की खरीदारी करते हैं. आज धनतेरस और दीपावली के खास अवसर पर बस थोड़ी सी जानकारी से आप अपने पैसे को बचा सकते हैं. वैसे तो इंडिया में लोग ऐसे जेवर (Gold Jewellery) खरीदना पसंद करते हैं जो आगे की पीढ़ियों को भी दिया जा सके यानी कि भारत में जेवर जेनेरेशन टू जेनेरेशन (Generation-to-Generation) ट्रांसफर करने की परंपरा है. ये परंपरा कोई नयी नहीं बल्कि सालों से चली आ रही है. साथ ही साथ ज्यादातर भारतीय लोग अपनी सेविंग्स को भी गोल्ड (Savings in Gold) में कनवर्ट करके रखते हैं.
यह भी पढ़ें: Gold Price Today 25 Oct: धनतेरस के मौके पर सोने-चांदी में तेजी के संकेत, जानें बेहतरीन ट्रेडिंग टिप्स
इसी के साथ साथ कुछ तो अपनी बेटी की शादी के लिए उसके जन्म के साथ ही इन जेवरों को पैसे इकठ्ठा कर बनवाने लगते हैं. अब जरा सोचिए कि यदि इन्हीं जेवरों (Jewellery) में मिलावट कर आपके मेहनत के पैसों को लूट लिया जाए तो? आपके साथ ऐसा न हो इसीलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि सोने (Gold Rate Today) के जेवर को खरीदते समय किन खास बातों का ख्याल रखा जाना चाहिए.
यह भी पढ़ें: Dhanteras Diwali Offer 2019: इस साल सोने ने निवेशकों को किया मालामाल, मिला इतना रिटर्न
- जब कभी भी आप किसी भी दुकान से सोने के जेवर खरीदे तो सबसे पहले ये चेक कर लें कि आप जो जेवर ले रहे हैं वो बीआईएस हॉलमार्क्ड है. बीआईएस हॉलमार्क्ड होने का मतलब है शुद्धता की गारंटी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि BIS Hallmarked होने के लिए जेवर को एक प्यूरिटी टेस्ट से गुजरना होता है. अगर जेवर इस प्यूरिटी टेस्ट को नहीं पास कर पाता है तो उसपर हॉलमार्क्ड नहीं लगाया जा सकता है.
- अब यहां ये जरूरी नहीं है कि केवल BIS Hallmarked जेवर ही शुद्ध है. कई दुकानदार अपने यहां खुद के बनाए हुए जेवरों को भी बेचते हैं जिसपर वो अपना पर्सनल मुहर या स्टैंप (Personal Stamp) लगाते हैं. हालांकि इन जेवरों की प्यू्रिट की गारंटी (Guarentee of Purity) पूरी तरह से दुकानदार की जिम्मेदारी होती है.
- जब कभी भी आप सोने के जेवर खरीदें तो उसका पक्का बिल जरूर दुकानदार से ले लें.
- जेवर लेते समय चेक कर लें कि आपको जो बिल मिला है उस पर जेवर का वजन, जेवर के असली वजन से मैच कर रहा है.
- एक बात का ध्यान ग्राहक को भी रखना चाहिए कि कभी भी जेवर 100% प्योर या शुद्ध नहीं होता. इसके पीछे दुकानदार मिलावट करके आपको चूना नहीं लगाता है बल्कि ऐसा इसलिए होता है कि सोना और चांदी दोनों ही मुलायम धातू या सॉफ्ट मेटल में आते हैं. सोने की इसी सॉफ्टनेस को दूर करने के लिए इसमें इम्प्यूरिटी मिलाई जाती है ताकी आपका जेवर लंबे समय तक चल सके. ध्यान रखें 24 कैरेट का कोई भी जेवर नहीं आता है.
- आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर आप डायमंड से जुड़े सोने के जेवर खरीद रहे हैं तो कम से कम 18 कैरेट में खरीदें.
- सोने के जेवर खरीदते समय सोने के भाव का भी ध्यान देना चाहिए. आप कैसे अपने जेवर का भाव कैल्कुलेट कर सकेंगे ये हम आपको बता देते हैं- इसका सिंपल सा फार्मूला है- सोने के जेवर का वजने x सोने का भाव = जेवर का कुल देय
- सोने के जेवर खरीदते समय ही ध्यान से अपने दुकानदार से वापसी की सारी शर्ते जान लें.
- अगर आपके सोने के जेवर में मोती वगैरह लगा है तो दुकानदार को आपको उस मोती का वजन घटाकर सिर्फ सोने के वजन का ही कैल्कुलेशन करना चाहिए. चाहे तो दुकानदार अलग से मोती के चार्जेस ले सकता है लेकिन आपके सोने के भाव में मोती नहीं तोला जाना चाहिए.
- सोने के जेवर खरीदते समय ये ध्यान में रखना चाहिए कि सोने के जेवरों में अभी तक केवल 3 % ही GST टैक्स भारत सरकार की तरफ से लिये जाने का प्रावधान है. कोई भी दुकानदार आपसे 3 % से अधिक GST नहीं वसूल सकता.
HIGHLIGHTS
- धनतेरस के दिन सोना चांदी खरीदने की है परंपरा.
- सोना-चांदी खरीदते समय इन बातों का रखें खास ख्याल.
- इन बातों का ध्यान रखकर बचा सकते हैं पैसे.