Gold Price Today: वैश्विक स्तर पर सोने (Live Gold Price) की मांग अप्रैल-जून की तिमाही में 11 प्रतिशत घटकर 1,015.7 टन रह गई. एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. हालांकि, इस अवधि में निवेश श्रेणी में पीली धातु की मांग में उल्लेखनीय इजाफा हुआ. विश्व स्वर्ण परिषद (World Gold Council-WGC) की रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल-जून की अवधि में सोने (Live Hallmark Gold Rate) की कुल मांग घटकर 1,015.7 टन रह गई, जो इससे पिछले साल की समान अवधि में 1,136.9 टन रही थी.
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कई देशों में लगाई गई पाबंदियों के चलते सोने की मांग में आई गिरावट
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी (Coronavirus Epidemic) की वजह से कई देशों में लगाई गई पाबंदियों के चलते सोने की मांग में गिरावट आई है. डब्ल्यूजीसी की सोने की मांग के रुख पर दूसरी तिमाही की रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 की वजह से सोने की उपभोक्ता मांग घटी है. हालांकि, निवेश के रूप में इसकी मांग बढ़ी है. इस अवधि में निवेश के लिए सोने की मांग 98 प्रतिशत बढ़कर 582.9 टन रही, जो 2019 की समान तिमाही में 295 टन रही थी. निवेश श्रेणी की बात की जाए, तो सोने की छड़ ओर सिक्कों की मांग 32 प्रतिशत घटकर 148.8 टन रह गई, जो 2019 की दूसरी तिमाही में 218.9 टन रही थी.
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रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान सोने और इसी तरह के अन्य उत्पादों में इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडेड फंड (ETF) की मांग 300 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोतरी के साथ 434.1 टन पर पहुंच गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 76.1 टन थी. तिमाही के दौरान वैश्विक स्तर पर आभूषणों की मांग 53 प्रतिशत घटकर 251.5 टन रह गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 529.6 टन थी. प्रौद्योगिकी में सोने की मांग 18 प्रतिशत घटकर 80.7 टन से 66.6 टन रह गई. इसी तरह केंद्रीय बैंकों की सोने की शुद्ध खरीद 50 प्रतिशत घटकर 114.7 टन रह गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 231.7 टन थी.
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डब्ल्यूजीसी के प्रबंध निदेशक, भारत सोमसुंदरम पीआर ने कहा कि दूसरी तिमाही में सोने की मांग में गिरावट की प्रमुख वजह कोविड-19 के चलते प्रमुख उपभोक्ता बाजारों भारत और चीन में लॉकडाउन रहा. हालांकि, ऊंची कीमतों की वजह से सोने की मांग कितनी प्रभावित हुई है यह स्थितियों के सामान्य होने के बाद ही पता चलेगा. तभी यह सामने आएगा कि सोने में तेजी को लेकर उपभोक्ताओं की क्या प्रतिक्रिया है.