कोरोना वायरस (Corona Virus) के खिलाफ संग्राम में प्रभावी कदम के तौर पर जारी देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान होटल, ढाबा, रेस्तरां समेत खान-पान की दुकानें बंद होने से सब्जियों और फलों की खपत कम होने के कारण देश की राजधानी दिल्ली स्थित आजादपुर मंडी में इनकी मांग काफी कम हो गई है. चैंबर ऑफ आजादपुर फ्रूट एंड वेजीटेबल्स मर्चेंट एसोसिएशन के प्रेसीडेंट एम. आर. कृपलानी ने बताया कि होटल, ढाबा और रेस्तरां बंद होने और दिल्ली के बाहर के कारोबरियों की खरीदारी नहीं होने से फलों व सब्जियों की मांग 60 फीसदी घट गई है.
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उन्होंने कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान फलों और सब्जियों की आपूर्ति घटने की उम्मीदों से कुछ लोग अपने स्टॉक को भरने लगे जिससे इनकी कीमतों मंे इजाफा हो गया लेकिन कुछ ही दिन बाद जैसे ही आपूर्ति में सुधार आया कीमतों में करीब 30 फीसदी की गिरावट आ गई. कोरोनावायरस के प्रकोप की कड़ी को तोड़ने के मकसद से देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन कर दिया गया है जो 14 अप्रैल तक जारी रहेगा हाालांकि इस दौरान आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई जारी रखी गई है. मांग के मुकाबले आपूर्ति ज्यादा होने से सब्जियों और फलों की कीमतें थोकमंडियों से लेकर खुदरा दुकानों में घट गई हैं.
आजादपुर कृषि उत्पाद विपणन समिति यानी एपीएमसी के चेयरमैन आदिल अहमद खान ने भी कहा कि मंडी में मांग के मुकाबले आपूर्ति अधिक होने से कीमतों में नरमी आई है. उन्होंने कहा कि आजादपुर मंडी से पूरे उत्तर भारत में फलों की सप्लाई होती है, लेकिन लॉकडाउन के बाद से मंडी से सप्लाई प्रभावित हुई जबकि आवक नियमित तौर हो रही है.
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बाजार सूत्रों के अनुसार, फलों और सब्जियों की खपत मांग में कमी होने से इसकी आपूर्ति भी थोक मंडियों में घट गई है. कारोबारियों ने कहा कि एक तरफ होटल, ढाबा व रेस्तरा बंद हैं वहीं, कार्यक्रम व समारोहों का भी आयोजन नहीं हो रहा है जिसके कारण फलों और सब्जियों की मांग घट गई है.
आजादपुर एपीएमसी के पूर्व चेयरमैन राजेंद्र शर्मा ने कहा कि खपत मांग में नरमी से प्याज, आलू, टमाटर और अन्य हरी सब्जियों की कीमतों में गिरावट आई है. उन्होंने बताया कि प्याज के दाम मंे लॉकडाउन के दौरान करीब सात रुपये प्रति किलो की नरमी आई है. शर्मा ने बताया कि बड़े परिमाण खरीदारी करने वाले खरीदारों के मंडी में नहीं आने से मांग में भारी गिरावट आई है.
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बाजार सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आलू का थोक भाव इस समय 13-16 रुपये प्रति किलो है जो लॉकडाउन के शीघ्र बाद 15-22 रुपये प्रति किलो तक हो गया था. इसी प्रकार, प्याज का थोक भाव 15-26 रुपये से घटकर 9-16 रुपये प्रति किलो हो गया है. राजेंद्र शर्मा ने कहा कि सब्जियों की मांग कमजोर होने से किसानों को उनकी फसल का वाजिब भाव नहीं मिल रहा है.
Source : IANS