कॉर्पोरेट अफेयर्स मंत्रालय (MCA) के साथ पंजीकृत लगभग 6.8 लाख कंपनियां बंद हो गई हैं. दरअसल, केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ने जिन कंपनियों ने 2 वर्ष से अधिक के वार्षिक रिटर्न दाखिल नहीं किए हैं. उनके खिलाफ सरकार ने अभियान चला रखा है. सरकार के इस कदम के बाद से ही इन कंपनियों को बंद होना पड़ा है.
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बंद हुआ कंपनियां MCA के साथ पंजीकृत कुल कंपनियों का 36 फीसदी
केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में जारी आंकड़े के अनुसार बंद हुईं कंपनियों की यह संख्या एमसीए के साथ पंजीकृत कुल कंपनियों का 36 प्रतिशत है. आंकड़े के अनुसार MCA के साथ पंजीकृत 18,94,146 कंपनियों में से 6,83,317 कंपनियां बंद हो गई हैं. सरकार ने उन कंपनियों की पहचान करने और उन्हें बंद करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया है, जिन्होंने लगातार दो वित्त वर्षो से अधिक के लिए वार्षिक रिटर्न दाखिल नहीं किए थे.
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महाराष्ट्र में सर्वाधिक 1,42,425 कंपनियां बंद हुई हैं और उसके बाद दिल्ली में 1,25,937 कंपनियां बंद हुईं. रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज ने वित्तवर्ष 18 और वित्तवर्ष 19 में क्रमश: 2,26,166 कंपनियों और 1,12,797 कंपनियों के नाम रद्द किए.
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उबर (Uber) की मार्केटिंग डिपार्टमेंट से छंटनी की योजना
वहीं दूसरी ओर बिजनेस में मंदी की दुहाई देते हुए उबर (Uber) ने ग्लोबल लेवल पर मार्केटिंग डिपार्टमेंट से छंटनी की तैयारी कर ली है. इसके तहत कंपनी ने 400 लोगों को नौकरी से निकालने जा रही है. कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के मुताबिक बिजनेस में कमी को लेकर हम चिंतित हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी फिलहाल अमेरिका में चल रहे बिजनेस में छंटनी करेगी. बता दें कि अमेरिका में कंपनी की मार्केटिंग डिपार्टमेंट में 1,200 कर्मचारी काम कर रहे हैं. कंपनी ने इन्हीं में से 400 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने जा रही है. (इनपुट IANS)