हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट बाद अदाणी समूह (Adani Group) ने पूरी तरह से सब्सक्राइब किए 20 हजार करोड़ के फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) को वापस लेने का फैसला किया है. इसके बाद जिन लोगों ने एफपीओ को सब्सक्राइब किया है, उनके पैसे वापस कर दिए जाएंगे. इस दौरान अडानी समूह का एक बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा कि कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में एफपीओ को वापस लेने का निर्णय लिया गया है. निवेशकों के हित को देखते हुए कंपनी ने इस तरह का निर्णय लिया है. अब वह निवेशकों के पैसे वापस करेगी.
अदाणी समूह के शेयरों तेजी से गिरे
गौरतलब है कि अदाणी समूह से जुड़ी अमेरिकी रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट के बाद यह गिरावट आई है. हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी समूह पर शेयर में हेरफेर के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. रिपोर्ट के आने के बाद अदाणी समूह के शेयरों तेजी से गिरे हैं. बुधवार को अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में भारी गिरावट दिखी. एक ही दिन में 28 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई.
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LIC ने भी किया था एफपीओ में निवेश
अडानी एंटरप्राइजेज का 20 हजार करोड़ रुपये का एफपीओ देश के सबसे बड़े एफपीओ में गिना जाता था. इस एफपीओ बड़े उद्योगपतियों से बेहतर समर्थन प्राप्त हुआ था. इस एफपीओ में LIC जैसे बड़े वित्तीय संस्थानों ने पैसा लगाया था. इस एफपीओ को 1.25 गुना सब्सक्राइब किया गया.
हिंडनबर्ग रिसर्च क्या है?
हिंडनबर्ग रिसर्च एक वित्तीय शोध वाली कंपनी के रूप में जानी जाती है. ये इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव मार्केट के आंकड़ों का विश्लेषण किया करती है. इसकी स्थापना वर्ष 2017 हुई. नाथन एंडरसन इसके स्थापक है. हिंडनबर्ग रिसर्च हेज फंड का कारोबार भी करती है. इसे कॉरपोरेट जगत की गतिविधियों को लेकर किए खुलासे के रूप में जाना जाता है.
Source : News Nation Bureau