भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जल्द ही चार रुपये प्रति लीटर तक का इजाफा देखने को मिल सकता है।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार यदि सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों (इंडियन आयल कारपोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लि. और भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लि.) को कर्नाटक चुनाव से पहले के मार्जिन की ओर लौटना हैं तो उन्हें कीमतों में चार रुपये लीटर तक की बढ़ोतरी करनी होगी।
गौरतलब है कि कर्नाटक चुनाव को देखते हुए पेट्रोलियम कंपनियों ने सोमवार को 19 दिन के बाद पेट्र व डीजल की कीमतों में इजाफा किया था।
हालांकि उसके बाद से पेट्रोल के दाम 69 पैसे प्रति लीटर बढ़ चुके हैं। इसमें से 22 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि आज की गई है।
और पढ़ें: वालमार्ट ने कहा- Flipkart डील का दूसरी तिमाही में शेयर्स पर पड़ेगा नेगेटिव असर
शुक्रवार को दिल्ली में जहां पेट्रोल की कीमत पांच साल के उच्चतम स्तर 75.32 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई है वहीं डीजल 66.79 रुपये प्रति लीटर के साथ अब तक के सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गया है।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की रिपोर्ट में कहा गया है कि हमारी कैलकुलेशन के अनुसार तेल कंपनियों को डीजल के दामों में साढ़े तीन से चार रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल में 4 से 4.55 रुपये लीटर की वृद्धि करनी होगी, तभी वो चुनाव से पहले का 2.7 रुपये लीटर का ग्रोस मार्केटिंग मार्जिन हासिल कर पाएंगे।
और पढ़ें: 2018-19 में चीन से मजबूत रहेगी भारतीय GDP, 7.6 फीसदी रहेगी ग्रोथ रेट: संयुक्त राष्ट्र
Source : News Nation Bureau