एयर इंडिया (Air India) के कर्मचारियों के लिए बेहद बुरी खबर है. दरअसल, एयर इंडिया (Air India) द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक विनिवेश के 1 साल के बाद उनकी नौकरियां जाने का खतरा बढ़ गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विनिवेश (Divestment) के बाद छंटनी को लेकर नियम में भी बदलाव हो सकता है. वहीं विनिवेश के बाद कंपनी के कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित रहेगी, इसको लेकर भी संशय बन गया है.
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VRS के जरिए कंपनी से बाहर किए जा सकते हैं कर्मचारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी के कर्मचारियों को वॉलियंटरी रिटायरमेंट स्कीम (Voluntary Retirement Scheme-VRS) के जरिए बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है. वहीं कंपनी के नए मालिकान के ऊपर मेडिकल के खर्चों का बोझ नहीं पड़े इसके लिए कर्मचारियों को CGHS के दायरे में नहीं लाने की संभावना भी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कर्मचारियों के लिए अलग से एक ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम (Group Health Scheme) लाई जा सकती है. वहीं इस ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम का भुगतान सरकार के द्वारा किया जा सकता है. दूसरी ओर पायलट्स के एरियर पर संकट के बादल गहरा गए हैं.
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सरकार की एयर इंडिया की बिक्री से पहले 58 हजार करोड़ रुपये के कर्ज को घटाकर आधे पर लाने की योजना है. केंद्र सरकार बॉन्ड्स के जरिए 7,985 करोड़ रुपये जुटा चुकी है. जुटाई गई रकम का इस्तेमाल कंपनी का कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा.