केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार आज यानी गुरुवार (27 जनवरी 2022) को विमानन कंपनी एयर इंडिया (Air India) को टाटा समूह (Tata Group) को सौंप सकती है. बता दें कि 8 अक्टूबर 2021 को मोदी सरकार ने प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के बाद 18,000 करोड़ रुपये में एयर इंडिया को टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को बेच दिया था. टैलेस प्राइवेट लिमिटेड टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी की अनुषंगी इकाई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामले से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि सभी औपचारिकताएं पूरा होने के करीब हैं और आज एयर इंडिया को टाटा समूह को सौंप दिए जाने की संभावना है.
यह भी पढ़ें: मोदी सरकार आगामी बजट में जन धन खातों को लेकर कर सकती है ये बड़ा ऐलान
वहीं दूसरी ओर पायलटों की बकाया राशि में गड़बड़ी के आरोप में एयर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक विक्रम देव दत्त के खिलाफ दो एयरलाइन पायलट यूनियन, इंडियन पायलट गिल्ड (आईपीजी) और इंडियन कमर्शियल पायलट एसोसिएशन (आईसीपीए) ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है. साथ ही एयर इंडिया कर्मचारी संघ (एआईईयू) और ऑल इंडिया केबिन क्रू एसोसिएशन (एआईसीसीए) ने उड़ानों से पहले एयरपोर्ट पर चालक दल के सदस्यों के बॉडी मास इंडेक्स (BMI) मापने के लिए कंपनी के 20 जनवरी 2022 के आदेश का विरोध किया है.
यह भी पढ़ें: Gold Silver Rate Today: सोने-चांदी में आज उठापटक की आशंका, देखें टॉप कॉल्स
बता दें कि टाटा संस ने एयर इंडिया की खरीदारी के लिए सबसे ज्यादा कीमत लगाकर बोली जीत ली थी. गौरतलब है कि जेआरडी टाटा (JRD TATA) को हवाई जहाज उड़ाने का शौक था. उन्हें 10 फरवरी 1929 को भारत के पहले पायलट के रूप में लाइसेंस मिल गया था. मई 1930 को उन्होंने 'आगा खां उड्डयन प्रतियोगिता' में उन्होंने दूसरा स्थान हासिल किया था. 15 अक्टूबर 1932 को कराची और मुंबई के बीच उड़ान भरकर जेआरडी ने टाटा उड्डयन सेवा (टाटा एविएशन सर्विस) का उद्घाटन किया था. 8 मार्च 1947 को जेआरडी द्वारा स्थापित की गई एयर इंडिया (Air India) एक संयुक्त प्रक्षेत्र की कंपनी बन गई. 1 अगस्त 1953 को एयर इंडिया का राष्ट्रीयकरण किया गया. जेआरडी टाटा को एयर इंडिया का चेयरमैन बनाया गया. बता दें कि देश के आजाद होने के बाद तत्कालीन नेहरू सरकार ने टाटा एयरलाइंस का राष्ट्रीयकरण करने के बाद उसे एयर इंडिया के रूप में पहचान दी तो JRD TATA को उसका चेयरमैन बनाया गया.
HIGHLIGHTS
- मामले से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि सभी औपचारिकताएं पूरा होने के बेहद करीब हैं
- टाटा संस ने एयर इंडिया की खरीदारी के लिए सबसे ज्यादा कीमत लगाकर बोली जीती थी