अपोलो टायर्स (Apollo Tyres) अपने यूरोपीय टायर ब्रांड व्रेडेस्टीन (Vredestein) को अगले साल की शुरुआत से भारत में पेश करने की योजना बना रही है. व्रेडेस्टीन के उप-प्रमुख एवं प्रबंधनिदेशक नीरज कंवर ने यह जानकारी देते हुए कहा कि कंपनी रीप्लेसमेंट के बाजार में प्रीमियम कारों को अपनी सेवायें देने की ओर ध्यान दे रही है. वह विश्लेषकों के साथ एक कांफ्रेंस काल कर रहे थे.
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रूस की दिवालिया हो चुकी सबसे बड़ी टायर निर्माता कंपनी एम्टेल से किया था अधिग्रहण
प्रमुख घरेलू टायर कंपनी ने वर्ष 2009 में नीदरलैंड स्थित व्रेडेस्टीन बन्डेन बीवी (Vredestein Banden BV-VBBV) का रूस की दिवालिया हो चुकी सबसे बड़ी टायर निर्माता कंपनी एम्टेल से अधिग्रहण किया था. व्रेडेस्टीन टायर वर्तमान में यूरोप, अमेरिका, मध्य पूर्व, अफ्रीका और कुछ आसियान देशों में बेचे जाते हैं. अपोलो टायर्स ने वर्ष 2013 में भारतीय बाजार में प्रायोगिक परियोजना के तौर पर ‘व्रेडेस्टीन’ के टायर को पेश किया था.
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हालांकि, उस समय की प्रतिक्रिया को देखने के बाद कंपनी ने पेशकश की योजनाओं को स्थगित कर दिया था. महंगे कारों की बिक्री में वृद्धि और आयातित टायर पर प्रतिबंध के बीच, यह कंपनी अब देश में इस टायर का निर्माण करना चाहती है. उसने इसके लिए मशीने मंगा ली हैं.