भारतपे के को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर (BharatPe co-founder Ashneer Grover) ने मैनेजिंग डायरेक्टर और बोर्ड डायरेक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने बोर्ड मीटिंग को लेकर तय एजेंडे की जानकारी मिलने के कुछ ही मिनटों बाद इस्तीफा दे दिया. इस एजेंडे में प्राइज वाटरहाउस कूपर्स (PwC) रिपोर्ट के आधार पर चर्चा और उसके बाद उनके ऊपर कार्रवाई होने की बात थी. कंपनी ने कहा कि बोर्ड रिपोर्ट के निष्कर्षों के आधार पर कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखता है. घटनाक्रम से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि कंपनी में ग्रोवर की 8.5 फीसदी हिस्सेदारी वापस ली जा सकती है क्योंकि बैठक में इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करना बोर्ड के एजेंडे में है.
सूत्रों ने बताया कि अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) ने अपना इस्तीफा रात में 12.05 बजे दिया. उससे ठीक 15 मिनट पहले उनके पास बोर्ड मीटिंग में तय मुद्दों (Agenda of the Board Meeting) की सूची पहुंची थी. उनके पास ई-मेल के माध्यम से एजेंडा में उठने वाले मुद्दों की जानकारी रात करीब 11.50 बजे पहुंची थी. अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा है कि कंपनी में रहकर उन्होंने एक भी गलत काम नहीं किया है, ऐसे में उनके खिलाफ एक भी सबूत नहीं मिलेगा.
अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) ने अपने इस्तीफे में लिखा, 'मैं आप लोगों की जाल में नहीं फंसने वाला (मैं मीटिंग में आऊंगा ही नहीं) हूं. चूंकि आप लोगों को इस बात पर पूरा भरोसा है कि आप लोग मेरे बिना कंपनी को और भी बेहतर ढंग से चला लेंगे, मैं आपको ऐसा करने की चुनौती देता हूं. मैंने कंपनी को जितना आगे बढ़ाया, आप उसका आधा भी बढ़ा दीजिए तो काफी होगा. मैंने जितने फंड में काम किया, उससे तीन गुना ज्यादा फंड आपके पास छोड़ रहा हूं.' उन्होंने आगे लिखा, 'मैं अपने मैनेजिंग डायरेक्टर पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं. मैं बोर्ड डायरेक्टर का पद भी छोड़ रहा हूं. हालांकि मैं कंपनी के सबसे बड़े शेयरहोल्डर के तौर पर बना रहूंगा.'
अशनीर ग्रोवर का इस्तीफा उस समय आया है, जब सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर ने ग्रोवर की उस अपील को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ चल रही जांच को रोकने की मांग की थी. इसके अलावा उनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर (Madhuri Jain Grover) को भारतपे ने कंपनी ने हटा दिया है. माधुरी जैन ग्रोवर भारतपे कंपनी में हेड ऑफ कंट्रोल थी. उनके ऊपर कंपनी के फंड्स का गलत इस्तेमाल करने का मामला था.
इस मामले में भारतपे ने मंगलवार को एक बयान भी जारी किया है. इस बयान में कहा गया है कि प्राइज वाटरहाउस कूपर्स (PwC) रिपोर्ट के आधार पर कंपनी कार्रवाई करने का अधिकार रखती है. ऐसे में साफ दिख रहा है कि अशनीर ग्रोवर ने बोर्ड मीटिंग से पहले इसीलिए इस्तीफा दिया, ताकि वो खुद कंपनी से निकल जाएं, वर्ना बोर्ड मीटिंग में उनके खिलाफ प्रस्ताव लाया जाता और उन्हें पद से जबरन हटा दिया जाता.
HIGHLIGHTS
- अशनीर ग्रोवर ने भारतपे से दिया इस्तीफा
- बोर्ड मीटिंग से पहले दिया इस्तीफा
- अशनीर की पत्नी को कंपनी कर चुकी है बर्खास्त
Source : News Nation Bureau