भारत की अग्रणी ब्रोकिंग एवं एडवाईजरी फर्म्स में से एक-आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड (IIFL Securities) ने बताया कि 11 लाख फ्रीज हो चुके कार्वी डीमैट खाताधारक (Karvy Demat Account Holders) अब इसके प्लेटफॉर्म पर ट्रेड या निवेश कर सकते हैं. आईआईएफएल सिक्योरिटीज ने नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड एवं सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेस लिमिटेड के साथ कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग (Karvy Stock Broking) धारित सभी डीमैट खातों के अधिग्रहण की आधिकारिक बोली जीत ली है. 11 लाख कार्वी डीमैट खातों के एस्सेट अंडर मैनेजमेंट 3 लाख करोड़ रुपये के हैं. फरवरी की शुरूआत में प्रारंभ हुई इस बिडिंग प्रक्रिया से 11 लाख निवेशकों की पीड़ाओं का अंत हो गया, जिनके खाते एक साल से ज्यादा समय से फ्रीज पड़े हुए थे.
यह भी पढ़ें: खाद्य तेल, अनाज, दाल समेत जरूरी वस्तुओं की महंगाई से आम आदमी की मुश्किलें बढ़ी
आईआईएफएल मार्केट मोबाईल द्वारा पहले 30 दिनों की ट्रेडिंग निशुल्क
इस जीत के बारे में संदीप भारद्वाज, सीईओ, रिटेल, आईआईएफएल सिक्योरिटीज ने कहा कि मुझे सभी कार्वी खाताधारकों का स्वागत करते हुए बहुत खुशी हो रही है. अब उनके खाते आधिकारिक रूप से पुन: शुरू हो गए हैं और वो आईआईएफएल सिक्योरिटीज के साथ फिर से ट्रेडिंग व निवेश शुरू कर सकते हैं. सद्भावना के संकेत स्वरूप हमने आपके खाते पर पहले साल का वार्षिक मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट शुल्क हटा दिया है. साथ ही आईआईएफएल मार्केट मोबाईल द्वारा पहले 30 दिनों की ट्रेडिंग निशुल्क है. आईआईएफएल सिक्योरिटीज ने कार्वी डिमैट खाते पुन: शुरू करने के लिए सभी कर्वी डिमैट खाताधारकों को एक समर्पित वेब प्लेटफॉर्म-इंडियाइंफोलाइन डॉट कॉम और एक समर्पित नंबर (022-40075000) प्रस्तुत किया है.
यह भी पढ़ें: जून से सिर्फ Hallmark ज्वैलरी बिकेगी, सचिव ने कहा अब आगे नहीं बढ़ेगी तारीख
डीमैट अकाउंट की दृष्टि से भारत का तीसरा सबसे बड़ा ब्रोकर बन जाएगा आईआईएफएल सिक्योरिटीज
आईआईएफएल सिक्योरिटीज ईक्विटी, कमोडिटीज, करेंसी, म्यूचल फंड्स, फिक्स्ड डिपॉजिट्स एवं अन्य डेब्ट उत्पादों, पीएमएस आदि में निवेश सेवाएं प्रस्तुत करती है. आईआईएफएल सिक्योरिटीज भारत में अपनी मौजूदगी के 2500 से ज्यादा प्वाइंटस के साथ पूंजी बाजार के रिटेल व संस्थागत सेगमेंट्स की मुख्य कंपनी है और 225 से ज्यादा कंपनियों को अतुलनीय शोध कवरेज प्रदान करती है. इस अधिग्रहण से आईआईएफएल सिक्योरिटीज जेरोधा एवं अपस्टॉक्स के बाद डीमैट खातों की दृष्टि से भारत का तीसरा सबसे बड़ा ब्रोकर बन जाएगा.
यह भी पढ़ें: आरबीआई ने मौद्रिक नीति का ऐलान किया, ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं
आईआईएफएल सिक्योरिटीज भारत की सबसे बड़ी स्वतंत्र सूचीबद्ध ब्रोकिंग फर्म है, जिसने 215 करोड़ रु. के राजस्व पर वित्तवर्ष 21 की तीसरी तिमाही में 51 करोड़ रुपये का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स दर्ज किया. आईआईएफएल सिक्योरिटीज के पास 2.3 मिलियन से ज्यादा रिटेल ग्राहक और 500 से ज्यादा संस्थागत ग्राहक हैं तथा यह 2018-2020 की अवधि के लिए ईक्विटी आईपीओ में नंबर 1 बैंकर है. भारत में ब्रोकिंग उद्योग में टेक्नॉलॉजी से प्रेरित अभिनवताएं लाने में यह अग्रणी संगठनों में से एक है.
HIGHLIGHTS
- 11 लाख फ्रीज हो चुके कार्वी डीमैट खाताधारक IIFL के प्लेटफॉर्म पर ट्रेड या निवेश कर सकते हैं
- फरवरी की शुरूआत में प्रारंभ हुई इस बिडिंग प्रक्रिया से 11 लाख निवेशकों की पीड़ाओं का अंत हो गया