India-China Tension: भारत और चीन के बीच ताजा सीमा विवाद की वजह से दोनों ही देशों में तनाव का माहौल है. चीन के साथ गलवान घाटी (Galvan Valley) में हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद स्थिति और बिगड़ गई है. भारत ने सख्त रुख अपनाते हुए कमेटी ऑन सिक्यूरिटी (CCS) की मीटिंग में सेना को साफतौर पर कहा था कि वह हालात को देखते हुए फैसले लेने के लिए स्वतंत्र है. वहीं भारतीय सैनिकों की शहादत के बाद देशभर में चीन के बने सामानों का बहिष्कार हो रहा है.
यह भी पढ़ें: AGR देनदारी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने टेलिकॉम कंपनियों से 10 साल का फाइनेंशियल स्टेटमेंट मांगा
सुब्रमण्यम स्वामी ने सरकार को 1970 में बनाई गई योजना को लागू करने की सलाह
मोदी सरकार (Modi Government) ने BSNL और MTNL को निर्देश दिया है कि 4G के क्रियान्वयन में किसी भी चीनी उपकरण का इस्तेमाल तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाए. उच्चस्तरीय सूत्रों का कहना है कि टेलीकॉम मंत्रालय ने बीएसएनएल को निर्देश दिया है कि अपने क्रियान्वयन पर चीनी उपकरणों की उपयोगिता कम करें. सरकार की ओर से देश में चीनी कंपनियों के निवेश और वहां बने उत्पादों को भारतीय बाजारों से बाहर करने के संकेत भी मिल रहे हैं. इन सबके बीच भारतीय जनता पार्टी के नेता और सांसद सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए मोदी सरकार को अपनी करीब 50 साल पहले यानि 1970 में बनाई गई योजना को लागू करने की सलाह दिया है.
In 1970 at the request of Nanaji Deshmukh and Jagannath Joshi I prepared a Swadesh Plan for a 10% growth rate in GDP.Mrs gandhi denounced it on floor of Lok Sabha {March 4, 1970?} Namo can get that Plan implemented instead of troubling Niti Aayog to prepare a new Plan.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) June 18, 2020
यह भी पढ़ें: आत्मनिर्भर भारत बनने की ओर पहला कदम, भारत में दुनिया का सबसे बड़ा कोयला एक्सपोर्टर बनने का दमखम
स्वदेशी योजना से जीडीपी ग्रोथ में 10 फीसदी की दर से बढ़ोतरी का अनुमान
सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट के जरिए कहा कि 1970 में नानाजी देशमुख और जगन्नाथ जोशी के अनुरोध पर उन्होंने एक स्वदेश योजना (Swadesh Plan) को बनाया था. इस स्वदेशी योजना के जरिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) को 10 फीसदी की दर (GDP Growth Rate) से बढ़ने का अनुमान लगाया गया था. उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 4 मार्च 1970 को लोकसभा में इस योजना की काफी निंदा की थी. उन्होंने आगे लिखा कि अब समय आ गया है कि जीडीपी ग्रोथ को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस योजना को लागू करें. उन्होंने लिखा कि स्वदेशी योजना को आगे बढ़ाने के लिए नीति आयोग को भी परेशान करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.